जाति की दीवारें गिराने के लिए पहले उन्हें गिनना ज़रूरी है- आंकड़ों में दबी आज़ादी की दस्तक

अगर किसी मुल्क की रूह पर सबसे गहरा ज़ख्म है, तो वो है- इंसानों की जबरन बनाई गई हैसियतें। वो…

 पहलगाम त्रासदी : क्या हो अमन की राह?

कश्मीर के बैसरन में 26 सैलानियों को बेरहमी से क़त्ल कर दिया गया और कई अन्य घायल हुए। इस त्रासदी…

दोहरे चरित्र वाले भाजपाई नेताओं की पलटी और कमंडल के साथ मंडल के जरिये बिहार साधने की तैयारी 

कोई मूर्ख आदमी भी पूछ सकता है कि जब पहलगाम हमले के बाद भारत को पाकिस्तान से बदला लेना चाहिए…

पाकिस्तान से करें बातचीत, राजनीतिक दलों और नागरिक समाज को संबोधित करें

हमें उम्मीद है कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व का कश्मीर पर पाकिस्तान से जुड़ा…

पहलगाम हमला : त्रासदी को और त्रासद बनाती सोशल मीडिया की टिप्पणियां

उन नर पिशाचों का, जिन्होंने धर्म पूछकर गोली मारी, कोई बचाव तो कर नहीं रहा है, फिर अनावश्यक टिप्पणियां क्यों?…

सीवर मजदूरों की मौतों का सिलसिला आखिर रुकेगा कैसे?

कार्ल मार्क्‍स कह कर चले गए कि ‘दुनिया के मजदूरों एक हो जाओ।’ बात अच्‍छी थी। पर भारत के संदर्भ में एक…

निर्यातोन्मुखी विकास बनाम उपभोग आधारित विकास

सत्ताधारी खेमे का कोरस, जिसमें कंसल्टिंग फर्मों से लेकर वित्तीय मीडिया तक शामिल हैं, मांग कर रहा है कि घरेलू…

मोदी सरकार ने जातिवार राष्ट्रीय जनगणना का फैसला क्यों लिया?

पहलगाम आतंकी हमले के बाद बने उत्तेजक और युद्धोन्मादी माहौल में मोदी सरकार ने देश में जातिवार जनगणना कराने का…

भाजपा के दावे और सच्चाईः सशक्त बिहारी नारी!

भाजपा अपने चुनावी प्रचार में नारा दे रही है कि शिक्षित नारी, सशक्त बिहार। भाजपा कह रही है कि बिहार…

वफ़ादारी की अदालत में मज़हब का कटघरा

हर बार जब सरहद पार से कोई ख़बर आती है, इस मुल्क़ का मुसलमान सांस थाम लेता है। दिल की…