जामनगर में वैभव की अश्लीलता और सेठ जी के चिड़ियाघर में बदलता भारत

1 से 3 मार्च तक भारत ने जो देखा वह एक धनकुबेर द्वारा अपने वैभव का अश्लील मुजाहिरा ही नहीं…

बहुसंख्यकवादी राष्ट्रवादः वैज्ञानिक समझ का नकार

हिन्दू राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी के पिछले एक दशक से चले आ रहे शासन के दौरान हमारे देश में शिक्षा…

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: नारी सशक्तिकरण: भ्रम और सत्य

यहां विचारणीय प्रश्न यह है कि यदि क्रिया-प्रतिक्रिया को आधार बनाकर, नारी सशक्तिकरण की योजना बनाई जाये, तो वह कितनी…

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: क्या स्त्री मुक्ति का संघर्ष फासीवाद के ख़िलाफ़ हो रहे संघर्षों से जुड़ा है?

70 का दशक आंदोलनों का दशक था। सारी दुनिया में विभिन्न प्रकार के सामाजिक और राजनैतिक आंदोलन चल रहे थे।…

‘बड़ों के वर्चस्व’ का इनकार और ‘छोटों के सर्वस्व’ के स्वीकार का मार्मिक और न्याय ‎‎संगत आश्वासन है लोकतंत्र ‎

‎मतदान के लिए मन बनाते समय आम नागरिकों को किसानी अर्थव्यवस्था से जुड़ी ‎समस्याओं, सुरसा के मुंह की तरह बढ़ती…

आंकड़ों का भ्रमजाल खड़ा करने की ये मजबूरी !

आज यह आम समझ है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की रोजी-रोटी के मुद्दों पर कोई…

लोकतंत्र में ‘व्यावहारिक अड़चनों’ ‎को दूर करने का उपाय है चुनाव

सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी दान (Electoral Bonds) के संदर्भ में एक बहुत संवेदनशील निर्णय सुनाया था। न सिर्फ सुप्रीम कोर्ट…

संवैधानिक लोकतंत्र का मुखौटा और मोदी का लोकतांत्रिक फासीवाद

फासीवाद हमेशा से लोकतंत्र का एक अनिवार्य घटक रहा है, क्योंकि लोकतंत्र का उपनिवेशवाद से गहरा संबंध है। चूंकि भारतीय…

युवाओं को मोदी का अनूठा टास्क; सेल्फी खेंचो-एप्प में डाल तमाशा देखो

भाजपा के सुप्रीमो युगपुरुष नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि देश की जनता जब उनसे प्रधानमंत्री- जिस…

नफरती बातों के बीच कैसे बढ़े सौहार्द

भारत पर पिछले 10 सालों से हिन्दू राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज कर रही है। भाजपा आरएसएस परिवार की…