Friday, March 29, 2024

तन्मय के तीर

देश अंधकार के कितने गहरे कुएं में चला गया है उसकी ताजा नजीर इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक जज की वह टिप्पणी है जिसमें मी लॉर्ड ने गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग की है। और फिर इस कड़ी में उन्होंने गाय की तारीफों के लिए जो-जो बातें कहीं हैं वो किन्हीं किताबों या वैज्ञानिक शोधों के हवाले से न होकर शुद्ध ह्वाट्सएपिया ज्ञान पर आधारित हैं। मसलन उन्होंने यहां तक कह डाला कि वह सांस में भी आक्सीजन ही लेती हैं और निकालती भी ऑक्सीजन ही है। अब अगर इस तरह के कुपढ़ लोग देश की उच्च न्यायपालिका में पहुंच गए हैं तो समझा जा सकता है कि देश के पतन की गति कितनी तेज है।

यह वह न्यायपालिका है जिसे तमाम संवैधानिक नियमों और कानूनों का न केवल परीक्षण करना है बल्कि यह सब कुछ वैज्ञानिकता और तार्किकता की कसौटी पर होगा। लेकिन जिस शख्स को इन सारी चीजों की हवा तक नहीं लगी है उससे भला क्या उम्मीद की जा सकती है। बस इसमें एक बात जरूर जोड़ी जा सकती है कि मौजूदा निजाम अपने मंसूबों में पूरी तरह से सफल रहा है। समाज, देश और विधायिका से लेकर कार्यपालिका तक अभी उसकी गिरफ्त में माने जा रहे थे लेकिन न्यायपालिका के बारे में यह कहा जाता था कि अभी उसकी पकड़ से बाहर है कम से कम वैचारिक स्तर पर। लेकिन इस वाकये ने बता दिया है कि दीमक उसकी नींव में भी लग गए हैं। इसी मसले पर देखिए कार्टूनिस्ट तन्मय का नया कार्टून:

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

Related Articles