दुनिया भर के देशों में भूख और पोषण का आकलन करने वाली ‘वैश्विक भूख सूचकांक’(Global Hunger Index- GHI)- 2021 जारी कर दिया गया है। इस सूचकांक में भारत की स्थिति पिछले वर्ष के मुकाबले और अधिक बदतर हालात में...
जलवायु परिवर्तन इस सदी की सबसे भयावह शब्दावली साबित होने के कगार पर है। भारत सहित पूरी दुनिया में अप्रत्याशित तरीके से बढ़ रही प्राकृतिक आपदा ने यह दिखाया है कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ का दुष्परिणाम किस हद...
जो आपदा में कमाई और लूट के अवसर ढूंढ सकते हैं, अकाल मौतों को छुपाने में राहत महसूस कर सकते हैं, बर्बादी और विनाश में आह्लाद देख सकते हैं वे भला उत्सव और समारोहों के मौकों को भी त्रासद और विभाजन का...
उत्तर पूर्वी भारत और बांग्लादेश को नार्को-आतंकवाद के एक नए खतरे का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि ड्रग तस्करों ने लोकप्रिय नशीले पदार्थ 'याबा' की शिपिंग के लिए अपना मार्ग बदल दिया है। सुरक्षा और खुफिया संगठनों द्वारा...
पीएमओ को नहीं पता बांग्लादेश की आज़ादी के समय किस जेल में रखे गये थे नरेंद्र मोदी! दरअसल ये खुलासा हुआ है एक आरटीआई के सवाल में भेजे गये पीएमओ के जवाब से। प्रधानमंत्री कार्यालय का कहना है कि...
भारत ने अब नाइजीरिया को पछाड़ दिया है। यह वाक्य आप को हैरान कर देगा कि नाइजीरिया और भारत का क्या मुकाबला कि उसे पछाड़ने का उल्लेख किया जा रहा है। लेकिन हमने जिस संदर्भ में नाइजीरिया को पछाड़ा...
इन दिनों (जून 2021) देश कोरोना महामारी के दुष्प्रभावों से जूझ रहा है। इस बीमारी से बड़ी संख्या में मौतें हुईं हैं और अस्पतालों में दवाओं से लेकर ऑक्सीजन और बिस्तरों से लेकर डॉक्टरों तक की गंभीर कमी सामने...
बांग्लादेशी घुसपैठियों को खदेड़ बाहर करने के आक्रामक और विभाजनकारी एजेंडे के साथ बंगाल चुनाव लड़ने पहुंचे प्रधानमंत्री खुद बीच चुनाव में बांग्लादेश में घुसपैठ कर बैठे और मुजीब जैकेट्स बांटते-बांटते खुद ही खुद को मुजीबुर्रहमान से बड़ा नहीं,...
लेख- एल. एस. हरदेनिया
यह सुखद संयोग है कि इस समय हमारे दो पड़ोसी देश सेक्युलर हैं। ये देश हैं नेपाल और बांग्लादेश। एक समय ऐसा था जब हमारा एक भी पड़ोसी देश सेक्युलर नहीं था। उस समय नेपाल में...
आज सुबह बांग्लादेश की एक ख़बर पढ़ रहा था, बगल बैठे गांव के एक बुजुर्ग सुनकर बोले क्षयगोड़ना है। ये शब्द हमारे गांव में मुहावरे के तौर पर बोला जाता है। ‘क्षयगोड़ना’ का मतलब है जहां पैर पड़े वहीं...