जन्मदिवस विशेष: रशीद जहां का अदबी, समाजी और सियासी जहान
डॉ. रशीद जहॉं तरक़्क़ीपसंद तहरीक का वह उजला, चमकता और सुनहरा नाम है, जो अपनी सैंतालिस साल की छोटी सी ज़िंदगानी में एक साथ कई [more…]
डॉ. रशीद जहॉं तरक़्क़ीपसंद तहरीक का वह उजला, चमकता और सुनहरा नाम है, जो अपनी सैंतालिस साल की छोटी सी ज़िंदगानी में एक साथ कई [more…]
हिंदुस्तानी अदब में प्रोफ़ेसर अहमद अली की पहचान ‘अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ’ के संस्थापक सदस्य और ‘अंगारे’ के अफ़साना निगार के तौर पर होती [more…]
8 सितंबर 1922 को दिल्ली में इंडिया गेट के निकट स्थित छतरी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 28 फुट ऊंची नेताजी सभुाष चन्द्र बोस की [more…]
हिंदी साहित्य में वृंदावनलाल वर्मा की पहचान ऐतिहासिक उपन्यासकार की है। ऐतिहासिक उपन्यासकार के रूप में उनका कृतित्त्व विशेष महत्त्व रखता है। उनसे पूर्व हिंदी [more…]
(अल्लामा इक़बाल की शायरी के हिंद उपमहाद्वीप में हज़ारों की तादाद में शैदाई हैं। शायर अली सरदार जाफ़री भी उनमें से एक हैं। जाफ़री ने [more…]
भारतीय सिनेमा में पृथ्वीराज उस बेमिसाल शख़्सियत का नाम है, जिनकी शानदार अदाकारी के साथ-साथ उनकी बेजोड़ इंसानियत और बेपनाह दरियादिली के भी कई क़िस्से [more…]
भारतीय सिनेमा में सोहराब मोदी उस हस्ती का नाम है, जिन्होंने अपने करियर का आग़ाज़ पारसी थियेटर से किया। देश भर के शहर-शहर, कस्बे-कस्बे थियेटर [more…]
वे सरापा ग़ज़ल थीं। उन जैसे ग़ज़लसरा न पहले कोई था और न आगे होगा। ग़ज़ल से उनकी शिनाख़्त है। ग़ज़ल के बिना बेगम अख़्तर [more…]
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र (9 सितंबर 1850-6 जनवरी 1885) आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह कहे जाते हैं। इनका मूल नाम ‘हरिश्चन्द्र’ था। ‘भारतेन्दु’ उनकी उपाधि थी। उनका [more…]
हरिशंकर परसाई हिंदी के पहले रचनाकार थे, जिन्होंने व्यंग्य को विधा का दर्जा दिलाया और उसे हल्के-फुल्के मनोरंजन की परंपरागत परिधि से उबारकर समाज के [more…]