पूंजीवाद, शोषण और डिजिटल युग: उत्पादन और श्रम के बदलते संबंध

पूंजीपतियों ने सामंती और पारंपरिक व्यवस्था को तोड़ते हुए एक नई औद्योगिक व्यवस्था की स्थापना की। इस प्रक्रिया में उन्होंने…

पूंजीवाद बनाम नारीवाद: सबके सतत विकास के लिए ज़रूरी है नारीवादी व्यवस्था

एक ओर तो हमारी सरकारें सतत विकास की बात करने से नहीं थकती हैं, परंतु दूसरी ओर, जो वैश्विक व्यवस्था…

पेट्रो-डॉलर की जगह पेट्रो-युआन: वैश्विक तेल बाज़ार में बढ़ रही है अंतर्साम्राज्यवादी होड़

अमेरिका के बाद चीन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। वह सैन्य और आर्थिक सभी क्षेत्रों में अमेरिका…

भारत में AI के इस्तेमाल के नतीजे प्रलयंकारी होंगे : AI को लेकर स्पष्ट नीति बने

बेरोजगारी की महाविपदा वैसे तो पूंजीवाद की देन है और उसके नवउदारवादी दौर के संकट ने पूरी दुनिया में स्थिति …

हिंसा और आतंक के विरुद्ध भारत का भविष्य और लोकतंत्र उम्मीद से है।

सामने 2024 का आम चुनाव है। इस चुनाव में भारत के लोगों को बहुत सोच-समझकर अपने मताधिकार का महत्वपूर्ण फैसला…

लेफ्ट की नाकामियां हैं, लेकिन नाउम्मीदी की वजह नहीं

यूरोप में इसी महीने जारी हुई दो अध्ययन रिपोर्टों ने वहां लिबरल डेमोक्रेसी- यानी उदार लोकतंत्र के लिए बढ़ते खतरों…

आइए, दुनिया को बदलें: मार्क्स के अंतिम दैहिक पड़ाव स्थल से..

लंदन। पूंजीवाद ने मार्क्सवाद को दफनाने का ऐलान काफी पहले कर दिया था। मार्क्स का दैहिक अंत हुए करीब एक…

अगस्त क्रांति: नव-साम्राज्यवादी गुलामी के दलदल में भारत का शासक-वर्ग

‘‘यह एक छोटा-सा मंत्र मैं आपको देता हूं। आप इसे हृदय पटल पर अंकित कर लीजिए और हर श्वास के…

मानव जाति और धरती के अस्तित्व के लिए पूंजीवाद खतरा बन चुका                    

कोरोना महामारी के विगत तीन वर्षों में यह बात बहुत ज़ोर-शोर से फिर कही जाने लगी कि मनुष्य का जीव-जंतुओं…

जयंती पर विशेष: पूंजीवाद के जयघोष के दौर में कार्ल मार्क्स की याद         

पूंजीवाद की जय और साम्यवाद की पराजय के उद्घोष के इस दौर में वैज्ञानिक समाजवाद के प्रणेता दार्शनिक, अर्थशास्त्री, समाजविज्ञानी…