बी.पी. मंडल का जन्म 25 अगस्त,1918 को हुआ। वे जमींदार पृष्ठभूमि से आते थे। लेकिन जमींदारी को बनाये रखने के…
आजमगढ़ में सवर्णों के आगे न झुकने पर दलित प्रधान की हत्या, पुलिस की गाड़ी से कुचलकर बच्चे की भी मौत
यूपी के आजमगढ़ में एक दलित प्रधान को सम्मान से जीने की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। 42 साल…
केन्द्रीय विश्वविद्यालय: वर्चस्वशाली जातियों के नए ठिकाने ?
क्या हम कभी जान सकेंगे कि मुल्क के चालीस केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में नियुक्त उपकुलपतियों के श्रेणीबद्ध वितरण- अर्थात वह किन…
आरएसएस नेता ठेंगड़ी के धर्म और जाति संरक्षित ‘हिंदू अर्थव्यवस्था’ का कॉर्बन कॉपी है पीएम मोदी का आत्मनिर्भरता का नया ‘दर्शन’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन से आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू किया। उस दिन राष्ट्रव्यापी…
कार्पोरेटी मुनाफे की टकसाल के दरबारी बने हिंदुत्व को दिखानी होगी उसकी जगह
14 जुलाई को मध्यप्रदेश के गुना में हुयी पुलिस की निर्ममता ने उसका वीडियो देखने वालों को स्तब्ध कर दिया।…
दलित: मौत के बाद भी अपमान का अन्त नहीं !
क्या कोई जानता है 21 वीं सदी की शुरुआत में चकवारा के दलितों के एक अहम संघर्ष को। याद है…
जम्मू में दलित उत्पीड़न: जहां कभी थे रोटी-बेटी के रिश्ते, अब हो रही हैं जाति के नाम पर हत्याएं
8 जुलाई की शाम पूरन चंद, उनका बेटा अशोक कुमार और बहू आशा देवी जम्मू के सरूइंसार, मनवाल के गांव…
मनु कब इतिहास बनेंगे?
कितने लोगों ने डॉ. अम्बेडकर की अगुआई में छेड़े गए पहले ‘दलित विद्रोह’ अर्थात महाड़ सत्याग्रह (1927) के बारे में…
प्रवासी श्रमिकों का बहुलांश दलित एवं पिछड़ी जातियां हैं
(इंडियन एक्सप्रेस में 9 जून को प्रकाशित सर्वे के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी आपदा के बाद अपने घरों को पलायन…
हम खुद एक ऐसे बीमार समाज में रहते हैं, जिसमें भाईचारे और एकजुटता की भावनाओं के लिए कोई जगह नहीं है: अरुंधति
(विश्व प्रसिद्ध लेखिका अरुंधति रॉय ने दलित कैमरा पोर्टल को एक लंबा साक्षात्कार दिया है। इसमें उन्होंने अमेरिका और यूरोप…