देश के बीमार और घृणा से बजबजाते समाज में बदलने का खतरा

नरसंहार के आह्वान के बाद कल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का एक बयान दिखा, जिसमें वे कह रहे हैं, धर्म…

उत्तराखंड भोजन माता प्रकरण: दलितों के अपने संवैधानिक अधिकार छोड़ने के चलते कायम है गांवों में ‘सामाजिक सौहार्द’

अखबारों में यह खबर आई है कि उत्तराखंड के सूखीढांग जाआईसी में भोजन माता प्रकरण का हल हो गया है।…

संविधान के मौलिक सिद्धांतों के खिलाफ है प्रस्तावित कर्नाटक धर्म स्वातंत्र्य विधेयक

दक्षिणपंथी राजनीति के बढ़ते दबदबे के चलते, कई भारतीय राज्यों ने धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम बनाये हैं। विडंबना यह है कि…

उच्च शिक्षण संस्थाओं में हो रही है सामाजिक न्याय की हत्या

आजादी के साथ ही भारतीय संविधान के बनाने की प्रक्रिया के दौरान ही हमारे पुरखों ने इस बात का हमेशा…

धर्म के लबादे में राजनीति का नंगा नाच

ये मानते हुए कि हमारे संविधान ने अनुच्छेद 25 में प्रत्येक नागरिक को धार्मिक स्वतंत्रता प्रदत्त की है, अनुच्छेद 28…

संविधान की प्रस्तावना में समाजवादी और पंथनिरपेक्ष शब्द जोड़ने पर जस्टिस पंकज मित्तल को आपत्ति

पता नहीं संविधान को सर्वोपरि मानने वाले भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना ने यह नोटिस किया या नहीं कि…

65 साल बाद भी जीवंत और प्रासंगिक हैं बाबा साहेब

1956 में आज ही के दिन – 6 दिसंबर को – नहीं रहे थे बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ;…

संविधान दिवस की गूंज और लोकतंत्र को कमजोर करने के सुनियोजित प्रयास

संविधान दिवस पर आयोजित भव्य कार्यक्रमों का आनंद लेते हुए हमें इस बात पर भी विचार करना चाहिए कि लोकतंत्र…

संविधान पर चल रहे विमर्श के निहितार्थ

संविधान दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों और संगोष्ठियों का एक उद्देश्य यह भी होता है कि संघ परिवार एवं…

कृषि कानूनों में काला क्या है -7: तीसरे संविधान संशोधन की एंट्री 33 बनी कृषि कानूनों के विवाद की जड़

किसान कृषि कानूनों को काला मानते हैं और कानून के जानकार भी कहते हैं कि कृषि से जुड़े मुद्दों पर…