कारपोरेट और शोषण परस्त नीतियों के खिलाफ दरकार है एक मुकम्मल लड़ाई की

गणतंत्र दिवस पर पिछले दो महीनों से भी अधिक समय से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले किसानों के ट्रैक्टर…

सरकारी खर्चे पूरा करने के लिए लगातार बढ़ाए जा रहे हैं पेट्रोल-डीजल के दाम

कोई माने या न माने पर एक जागरूक नागरिक और पत्रकार होने के नाते मेरा मानना यही है कि मोदी…

अंतर्घाती मोदी सरकार के खिलाफ किसानों और भारत के जन-जन की हुंकार

आरएसएस और मोदी ने भारत को अंदर से खोखला करने के अपने अंतर्घातमूलक अभियान का प्रारंभ सत्ता पर आने के…

मोदी राज में अडानी-अंबानी मालामाल, गरीब हुए कंगाल

अगर यह सवाल, सरकार या नीति आयोग, जो उसका थिंकटैंक है, से पूछा जाए कि 2014 के बाद सरकार की…

पर्यावरण को लेकर कॉरपोरेटहित की जगह देशहित में बनें नीतियां

क्या मैं पर्यावरण की रक्षा में अपनी भूमिका निभा रहा हूं? क्या सरकार की नीतियां पर्यावरण की सुरक्षा या कॉरपोरेट…

किसानों का यह संघर्ष ही भारतीय अर्थव्यवस्था के तमाम संकटों की कुंजी है

भारत में ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ पूंजीवाद का संबंध उपनिवेश और औपनिवेशिक शक्ति के बीच के संबंध का रूप ले…

किसान आंदोलन हमारे राजनीतिक अर्थशास्त्र को भी बदलेगा: अखिलेंद्र

स्वराज अभियान के अध्यक्ष मंडल के सदस्य अखिलेंद्र प्रताप सिंह आजकल दिल्ली के दौरे पर हैं। पिछले चार-पांच दिनों में…

पुण्यतिथि पर विशेष: “सरकार की भूमिका बिचौलिये की और सरकारी राजनेता बन जाएंगे कमीशनखोर एजेंट”

(आज कम्युनिस्ट आंदोलन के अप्रतिम योद्धा कॉमरेड विनोद मिश्र की पुण्यतिथि है। भारतीय कम्युनिस्ट आंदोलन में जिन कुछ नेताओं ने…

अंग्रेज भी नहीं कर सके इस तरह का काला कानून बनाने की हिम्मत: अखिलेन्द्र

लखनऊ। गहरे आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही कारपोरेट अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए मोदी सरकार ने किसान विरोधी…

अर्थ-व्यवस्था में मंदी के लिए ताली!

चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में 23.9 प्रतिशत के संकुचन के बाद दूसरी तिमाही में उसमें और…