Estimated read time 1 min read
बीच बहस

सुप्रीम कोर्ट के बराबर ही है ट्रायल कोर्ट और मजिस्ट्रेट की मौलिक अधिकारों की रक्षा की जिम्मेदारी

संविधान और कानून के शासन में ट्रायल कोर्ट मौलिक अधिकारों की रक्षा की पहली पंक्ति है। व्यक्तिगत स्वतंत्रता को मनमानी और अवैध गिरफ्तारी से बचाने [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

पेगासस जासूसी और निजता का अधिकार

न्यूयार्क टाइम्स के रॉनेन बर्गमन और मार्क मज़ेटी की एक रिपोर्ट ने देश और सरकार के अलोकतांत्रिक और नागरिक अधिकार विरोधी चेहरे को उजागर कर [more…]

Estimated read time 1 min read
ज़रूरी ख़बर

हरिद्वार में मीट बैन पर उत्तराखंड हाईकोर्ट ने कहा- अल्पसंख्यक बनाम बहुसंख्यक नहीं, मौलिक अधिकार का है यह मामला

क्या आप जानते हैं कि उत्तराखंड में 72.6 फीसदी आबादी मांसाहारी है। कुल मिलाकर, 70 फीसदी भारतीय आबादी मांसाहारी है जो इस मिथक को तोड़ती [more…]

Estimated read time 2 min read
बीच बहस

त्वरित सुनवाई बंदी का मौलिक अधिकार, अच्छे इंसान थे स्टेन स्वामी: बॉम्बे हाईकोर्ट

बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को मुकदमे के विचारण में अत्यधिक विलम्ब पर खेद व्यक्त किया, जिसके परिणामस्वरूप आरोपी विचाराधीन कैदी के रूप में जेलों में निरुद्ध [more…]

Estimated read time 3 min read
ज़रूरी ख़बर

जीने का अधिकार अगर मौलिक है तो स्वास्थ्य क्यों नहीं?

” आपदा प्रबंधन कानून, 2005 की धारा 12 (तीन) के तहत प्रत्येक परिवार चार लाख रुपये तक मुआवजा का हकदार है, जिसके सदस्य की कोरोना [more…]

Estimated read time 2 min read
बीच बहस

कोविड महामारी के बाद भी क्या जन स्वास्थ्य बन पाएगा सरकार का प्राथमिक एजेंडा?

कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर ने जो तबाही मचाई है और जिस प्रकार से तीसरी लहर की आशंका व्यक्त की जा रही है, उसे [more…]

Estimated read time 1 min read
ज़रूरी ख़बर

विकास से महरूम रहे देश के वंचित समुदाय

डॉलटनगंज के शांतिपुरी स्थित नागलोक उत्सव भवन में आयोजित प्रमंडल स्तरीय बजट परिचर्चा में वक्ताओं ने साफ कहा कि आजादी के 75 वर्षों से आदिवासी, [more…]

Estimated read time 1 min read
ज़रूरी ख़बर

सारे अधिकार स्थगित हो सकते हैं, लेकिन जीवन का नहीं

नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 महामारी, जहां देश में स्वस्थ लोगों के लिये परेशानी का सबब बनी हुई है, तो वहीं जो लोग दीगर बीमारियों से [more…]

Estimated read time 1 min read
राजनीति

मूल अधिकारों की रक्षा की अपनी संवैधानिक भूमिका में नाकाम रहा सुप्रीम कोर्ट: दुष्यंत दवे

कोरोना काल में जिस तरह उच्चतम न्यायालय की विभिन्न पीठों ने प्रवासी मजदूरों के नागरिक अधिकारों पर सरकार की दलीलों के प्रति पक्षधरता दिखाई है [more…]