बिहार सरकार का बजट बेहद निराशाजनक, जनता की क्रय शक्ति बढ़ाने की कोई व्यवस्था नहीं: माले

पटना। भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल और माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने भाजपा-जदयू सरकार द्वारा आज पेश बजट…

पर्यावरण को लेकर कॉरपोरेटहित की जगह देशहित में बनें नीतियां

क्या मैं पर्यावरण की रक्षा में अपनी भूमिका निभा रहा हूं? क्या सरकार की नीतियां पर्यावरण की सुरक्षा या कॉरपोरेट…

छोटे उद्योगों को अर्थव्यवस्था के आकाश में ऊंचा उड़ने का हौसला देने की जरूरत

गंगा किनारे एक करोड़ दीयों में इतना प्रकाश नहीं कि भटके पथिक को रास्ता दिखा दें परंतु गांव की झोपड़ी…

अर्थ-व्यवस्था में मंदी के लिए ताली!

चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में 23.9 प्रतिशत के संकुचन के बाद दूसरी तिमाही में उसमें और…

भारत में बेरोजगारी के दैत्य का आकार

1990 के दशक की शुरुआत से लेकर 2012 तक भारतीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में उच्च वृद्धि वाली अवधि के…

किसानों और मोदी सरकार के बीच तकरार के मायने

किसान संकट अचानक नहीं पैदा हुआ। यह दशकों से कृषि के प्रति सरकारों की उपेक्षा का नतीजा है। हम इस…

बंजर रेगिस्तान में वित्तमंत्री ने किया था हरियाली देखने का दावा: पी चिदंबरम

आखिरकार लगातार पिछले दो सालों यानी 2019-20 से ही सरकार की ओर से परोसी जा रही झूठी कहानी का भंडाफोड़…

सड़क से संसद तक गूंजना चाहिए रोजगार का नारा

छात्रों-नौजवानों के रोजगार आंदोलन का पुरजोर समर्थन करिये!  यह देश की भावी पीढ़ी के भविष्य को बचाने की लड़ाई है…

पतनशीलता की सड़ांध ही मोदी की नियति है!

मोदी के आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रह्मण्यन को जीडीपी में वृद्धि की -23.9 प्रतिशत दर में भी विक्ट्री का V चिन्ह…

मोदी अर्थव्यवस्था की अर्थी ढोएंगे या ढूंढेंगे कोई इलाज?

सरकार ने 31 अगस्त को, जीडीपी के आंकड़े जारी कर दिए, जिसमें यह नकारात्मक रूप से 23.9 फ़ीसदी यानी माइनस…