देश के साहित्यकारों, संस्कृतिकर्मियों और बुद्धिजीवियों ने छेड़ा फासीवाद के खिलाफ अभियान

(देश के साहित्यकारों, संस्कृतिकर्मियों, लेखकों, कवियों और बुद्धिजीवियों ने एक साझा अपील जारी की है जिसमें उन्होंने मौजूदा दौर में…

दलित पैंथर ने दलित साहित्य का भूमंडलीकरण किया: दलित पैंथर के संस्थापक जेवी पवार

जेवी पवार दलित-पैंथर के संस्थापकों में एक रहे हैं। इस संगठन ने 1970 के दशक के शुरूआती वर्षों में अपनी…

सचमुच में नींव की ईंट थे बहुआयामी व्यक्तित्व के मालिक रामवृक्ष बेनीपुरी

रामवृक्ष बेनीपुरी का व्यक्तित्व बहुआयामी था। उन्होंने गद्य-लेखक, शैलीकार, पत्रकार, स्वतंत्रता सेनानी, समाज-सेवी, हिंदी प्रेमी, निबंधकार और नाटककार के रूप…

असमिया साहित्यकार नीलमणि फूकन और कोंकणी साहित्यकार दामोदर मौउजो को 2021 व 2022 का ज्ञानपीठ पुरस्कार

ज्ञानपीठ पुरस्कार चयन समिति ने वर्ष 2021 और वर्ष 2022 के लिए क्रमश: 56वां और 57वां ज्ञानपीठ पुरस्कार की घोषणा…

साहित्य के नोबेल विजेता लेखक अब्दुलरज़ाक गुरनाह: अस्तित्व के संघर्ष और अकेलेपन में झांकता उपन्यासकार

अरबी मूल के ‘सफ़ारी’ और अफ्रीका की स्वाहिली मूल के ‘मसाफ़ीरी’ शब्द से बना है प्रचलित स्वाहिली का शब्द ‘वासाफ़ीरी’…

बांग्ला दलित साहित्य का शब्दकोश: डॉ. सुरजीत कुमार सिंह

“तुम जितनी ही सीख लो धनुर्विद्या, अर्जुन सदा तुम्हारा अगूंठा काटता ही रहेगा। क्योंकि उसके सिर पर एकाधिक, द्रोणाचार्यों के…

जाने-माने शायर डॉ मनोहर सहाय ‘अनवर’की रचनाएं अब ‘कलाम-ए-अनवर’ में

उर्दू शायरी की जानी-मानी शख़्सियत डॉ मनोहर सहाय ‘अनवर’ (1900-1974) की रचनाओं को अब ‘कलाम-ए-अनवर’ में पढ़ा जा सकता है।…

खोई हुई परंपरा को सामने लाना स्त्रीवादी आलोचना की जिम्मेदारी

हिंदी साहित्य का इतिहास लिखे जाने के क्रम में महिला साहित्यकारों और उनके साहित्य की कई तरह से अनदेखी होती…

संत लेखिका थीं मन्नू भंडारी

हिंदी में प्रभामण्डल वाले चमकदारऔर हाई प्रोफाइल लेखक तो बहुत हुए हैं पर ऐसे लेखक बहुत कम हुए हैं जो…

नहीं रहीं मन्नू भंडारी, 91 साल की उम्र में निधन

अब से कुछ देर पहले हंस पत्रिका ने अपनी फेसबुक पेज पर ख़बर दी है कि वरिष्ठ कथाकार मन्नू भंडारी…