जन्मशती पर विशेष:साहित्य के आइने में अमृत राय
अमृतराय (15.08.1921-14.08.1996) का जन्म शताब्दी वर्ष चुपचाप गुजर रहा था और उनके मूल्यांकन को लेकर हिंदी जगत में कोई चर्चा नहीं थी। ‘लमही’पत्रिका ने इस [more…]
अमृतराय (15.08.1921-14.08.1996) का जन्म शताब्दी वर्ष चुपचाप गुजर रहा था और उनके मूल्यांकन को लेकर हिंदी जगत में कोई चर्चा नहीं थी। ‘लमही’पत्रिका ने इस [more…]
नोबेल पुरस्कारों के 2021 के विजेताओं का चयन बहुत अप्रत्याशित माना जा रहा है। अधिकतर लोगों ने शायद सोचा भी नहीं होगा कि इस बार [more…]
सबसे पहले उर्मिलेश सर आपको इस बात के लिए शुक्रिया कि आपके चलते मैंने कोई किताब पढ़ी। पिछले चार सालों से पोर्टल की व्यस्तता के [more…]
(लेखक और सांस्कृतिक संगठनों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम से मशहूर लेखिका महाश्वेता देवी समेत तीन लेखिकाओं की रनचाओं को निकाले जाने का विरोध किया [more…]
नेमि जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। कम्युनिस्ट पार्टी से लेकर इप्टा आंदोलन में सक्रिय रहे नेमि जी कवि, आलोचक रंग चिंतक संपादक नाटक कार [more…]
शब्दों के सामर्थ्य पर अटल विश्वास रखने वाले कवि त्रिलोचन अपनी कविता से स्वयं क्या अपेक्षा करते हैं यह भी ध्यातव्य है। आज जब सामान्य [more…]
प्रेमचंदोत्तर हिंदी साहित्य को जिन साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं से संवारा है, उनमें अमृतलाल नागर का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। किस्सागोई के धनी [more…]
जिस प्रेमचन्द के निधन पर उनके मुहल्ले के लोगों ने कहा कि कोई मास्टर था जो मर गया, जिस प्रेमचन्द की अत्येंष्टि में दस बारह [more…]
(30 जून 1950- 17 नवंबर 2013) दोस्तो ! बिता दिए हमने हज़ारों वर्ष इस इंतज़ार में कि भयानक त्रासदी का युग अधबनी इमारत के मलबे [more…]
मेरे घर में गीता है तो क्या यह हिन्दू साहित्य है? मेरे पास घर में बाल्मीकि रामायण है तो क्या यह हिन्दू साहित्य है? मेरे [more…]