कोलकाता नगर निगम के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी और उनकी बहुचर्चित महिला मित्र बैशाखी बैनर्जी ने आखिर भाजपा का दामन…
मोदी-शाह के हाथ से निकल रही है चुनाव की गांगुली डोर!
बीसीसीआई के अध्यक्ष और क्रिकेट की दुनिया के एक सितारा सौरव गांगुली स्वस्थ होकर घर वापस चले गए। दिल का…
फर्स्ट क्लास में टायर की चप्पल यानी खांटी समाजवादी चंचल!
किसी फक्कड़ समाजवादी को देखा है आपने, नहीं देखा है तो चंचल से मिल लीजिये। चित्रकार, पत्रकार, कलाकार और छात्र…
अकाली और जेजेपी: किसान राजनीति के दो अवसरवादी चेहरे
किसान आंदोलन में दो सबसे बड़े अवसरवादी चेहरे सामने आये हैं। ये हैं- पंजाब का अकाली दल और हरियाणा की जननायक…
डिग्री नहीं हो सकती है प्रशासनिक क्षमता और बौद्धिकता का पैमाना
तुलनात्मक अध्ययन करते समय विवेकशील व्यक्ति तर्क का सहारा लेता है। तुलनात्मक अध्ययन की परिभाषा भौतिक शास्त्र में दी हुई…
20 वर्षों का झारखण्ड : राजनीतिक महत्वाकाक्षाओं की भेंट चढ़ गए आदिवासियों के सपने
झारखंडी जनता की भावनाओं का राजनीतिकरण के साथ ‘धरती आबा’ यानी ‘धरती पिता’ की उपाधि हासिल किए बिरसा मुंडा की…
योगी और केजरीवाल की दिवाली: आस्था या राजनीति?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश के सबसे लोकप्रिय त्योहार दीपावली को…
बिहारवासियों, आप के पास भारत के ट्रम्प भक्तों की नफ़रती सियासत की ताबूत में आखिरी कील ठोंकने का है मौका!
बिहारवासी बहनों-भाइयों, दुनिया से नफ़रत के सौदागरों की विदाई शुरू हो चुकी है। महान अमेरिकी जनता ने महाठग ट्रम्प को…
नहीं थम रहा राजनीति में अपराधियों के दाखिले का सिलसिला
कहा जाता है कि अपराधियों की आखिरी शरणस्थली राष्ट्रवाद होता है। लेकिन भारत में वह सीढ़ी राजनीति से होकर गुजरती…
क्या मौजूदा दौर दलित राजनीति का स्वर्णिम युग है?
हाल में एक साक्षात्कार में चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने कहा है कि वर्तमान दलित राजनीति का स्वर्णिम काल है।…