Friday, April 26, 2024

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पेसा कानून में बदलाव के खिलाफ छत्तीसगढ़ के आदिवासी हुए गोलबंद, रायपुर में निकाली रैली

छत्तीसगढ़। गांधी जयंती के अवसर में छत्तीसगढ़ के समस्त आदिवासी इलाके की ग्राम सभाओं का एक महासम्मेलन गोंडवाना भवन में आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न ग्राम सभाओं के 5000 से अधिक आदिवासी प्रतिनिधि हिस्सा लिए।  इस मौके पर सूबे के...

छत्तीसगढ़: सरकार ने फिर से शुरू कर दिया हसदेव के जंगलों में पेड़ों की कटाई, कई प्रदर्शनकारी गिरफ्तार

छत्तीसगढ़। दशकों से चल रहे विरोध के बावजूद छत्तीसगढ़ में हसदेव के जंगलों की प्रशासन और कंपनी ने मंगलवार की सुबह से पेड़ों की कटाई फिर से शुरू करा दी है, इस दौरान विरोध कर रहे ग्रामीणों को जबरन...

दुमका में डायन बिसाही का आरोप लगाकर पीटा, मैला पिलाया और गर्म लोहे से दागा, आरोपी गिरफ्तार

झारखंड में अंधविश्वास इस तरह हावी है कि डायन बिसाही और ओझागुनी के नाम पर प्रताड़ना और हत्याओं का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है। आए दिन ऐसी घटनाएं खबरों की सुर्खियां बनती रही हैं। राज्य में अंधविश्वास की...

छत्तीसगढ़: फर्जी तरीके से औद्योगिक घरानों द्वारा ली गयी आदिवासियों की जमीनों को लौटाने के लिए सरकार को खुला खत

रायपुर। उत्तर छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला अंतर्गत घरघोड़ा में आर्यन कोल बेनिफिकेशन समूह से सम्बद्ध टी.आर.एन. एनर्जी प्राइवेट लिमेटेड और मेसर्स महाबीर कोल बेनीफिकेशन कंपनियों द्वारा आदिवासी समुदायों के पैतृक भूमियों को फ़र्ज़ी रजिस्ट्री और बेनामी अंतरण के माध्यम...

सिलगेर आंदोलन: छत्तीसगढ़ में आदिवासियों को पदयात्रा तक की अनुमति नहीं

बस्तर। छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र अंतर्गत सिलगेर में आदिवासियों के आंदोलन का करीब डेढ़ साल होने जा रहा है। इस बीच सिलेगर में 15 और 16 सितम्बर को संगोष्ठी का आयोजन किया गया जहां पेसा कानून और वन अधिकार...

आदिवासियों के जल-जंगल-जमीन के अधिकारों पर सीधा हमला है छत्तीसगढ़ के पेसा और केंद्र के वन संरक्षण नियमों में बदलाव:संगठन

बस्तर। छत्तीसगढ़ के कांकेर में विगत माह आदिवासी इलाकों में स्वशासन के लिए ज़रूरी पेसा (अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायत उपबंध का विस्तार) कानून के नियम लागू कर दिए गए। लम्बे समय से पेसा नियमों की मांग की जा रही...

एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनी, दूसरी बेरहम पिटाई के बाद खेत में हुई बेहोश

रांची। देश की पहली आदिवासी महिला के तौर पर जब द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद का शपथ ले रही थीं उसी समय झारखंड में दो आदिवासी महिलाओं की बेरहमी से पिटाई की जा रही थी। और उनको इतना पीटा गया...

द्रौपदी मुर्मू देश की राष्ट्रपति या भाजपा की? 

ओडिशा के आदिवासी समुदाय से आने वाली द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति बन गई हैं। वे देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। प्रतीकात्मक तौर पर यह पूरे देश के लिए गर्व और भारत के अपाहिज...

मुख्यमंत्री के वादों के बावज़ूद झारखंड के आदिवासी-मूलवासी वन अधिकार से वंचित

सत्तारूढ़ दल झामुमो और कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्रों में वन अधिकार कानून को सही से लागू करने एवं जंगल में रहने वाले आदिवासी-मूलवासियों को वन पट्टा देने व जंगल पर पूर्ण अधिकार देने का वादा किया था। सरकार...

पहली नागरिक के रूप में कितना कारगर साबित होंगी मुर्मू

संविधान निर्माताओं समेत स्वाधीनता संग्राम से मंज-तपकर निकले सिद्धान्तनिष्ठ और खरे राजनेताओं की उस पुरानी पीढ़ी ने (जिसे यह पता था कि हमारा लोकतंत्र कितना बहुमूल्य है) यह कल्पना तक नहीं की होगी कि राज्यपाल और राष्ट्रपति जैसे पद...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...