प्रधानमंत्री द्वारा देशव्यापी लॉक डाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा के चंद घटों बाद ही मुंबई के उपनगर…
‘राष्ट्र’ या ‘महानता’ के संकल्पों में नहीं, कल-कारखानों और खेत-खलिहानों में बसता है देश
1970 में अपनी पहली छपी किताब ‘लोह कथा’ की पहली कविता ‘भारत’ में पाश ने लिखा था: भारत- मेरे सत्कार…
इस देश में गरीब भी रहते हैं सरकार
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए किए गए लॉक डाउन के कारण भुखमरी और…
रोज़ कुआँ खोदकर पानी के जुगाड़ की नीति से नहीं संभलेगा देश
कहते हैं बिना विचारे जो करे सो पाछे पछिताय, काम बिगाड़े आपनो जग में होत हँसाय। लॉक डाउन को लेकर…
पीएम मोदी की सबसे बड़ी ताक़त बन गए हैं लंपट अंधभक्त
दुष्यंत कुमार का एक शेर है, मत कहो आकाश में कुहरा घना है यह किसी की व्यक्तिगत आलोचना है। इस…
इतनी निर्लज्जता कहां से लाते हो महारथी?
यह भारत का दूसरा विभाजन है। यह पहले से भी त्रासदपूर्ण है। क्योंकि यह आंतरिक है। बस अंतर केवल इतना…
अब तक की सबसे बड़ी प्रशासनिक विफलता है लॉक डाउन
दिल्ली से सबसे अधिक पलायन हुआ। कहा जा रहा है कि ” दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने अपने राज्य में…
अपराध की पराकाष्ठा: यूपी के बरेली में कीड़े-मकोड़ों की तरह इंसानों पर किया गया कीटनाशक का छिड़काव
भूखे प्यासे दिल्ली एनसीआर से पैदल आए ये मजदूर नहीं कीड़े मकोड़े हैं, ये बैक्टीरिया और वायरस की वाहक मक्खियाँ…
पंजाब से भी पलायनकर्ता मजदूर पैदल सफर पर
कोरोना वायरस ने अब पंजाब में रोजी-रोटी के लिए आए प्रवासी मजदूरों को भी पलायन की राह अख्तियार करने पर…
तुगलकी फरमान और मजदूरों का दिल्ली से दौलताबाद का मुश्किल सफ़र
नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर में प्रवासी मजदूरों का हब है जहाँ लाखों मजदूर रहते हैं। इसमें दिल्ली की सीमा से…