‘बदलो बिहार महाजुटान’ में सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के साथ कई बहुजन संगठन करेंगे हिस्सेदारी

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पटना। भाकपा-माले की अगुआई में जनांदोलनों के साझा आह्वान पर 2 मार्च को पटना के गांधी मैदान में आयोजित हो रहे ‘बदलो बिहार महाजुटान’ में सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के साथ कई एक बहुजन संगठन हिस्सेदारी करेंगे, जिसमें प्रमुख तौर पर शामिल हैं-सोशल जस्टिस आर्मी, साऊथ बिहार सेंट्रल यूनिवर्सिटी में सक्रिय बहुजन स्कॉलर फोरम, बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन(बिहार), बहुजन इंटिलेक्चुअल फोरम, अखिल भारतीय अंबेडकर कल्याण संघ और ओबीसी महासभा।

सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के संयोजक रिंकु यादव,राज्य अध्यक्ष रामानंद पासवान,उपाध्यक्ष-ई.एसएन ठाकुर,राज्य सचिव सुबोध यादव,संयुक्त सचिव अर्जुन शर्मा, सोशल जस्टिस आर्मी के गौतम आनंद, बहुजन स्कॉलर फोरम के अमन, अमृत राज और अनिल राम, बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन(बिहार) के सोनम राव, प्रवीण यादव और विष्णु दास, बहुजन इंटिलेक्चुअल फोरम के अभय, अखिल भारतीय अंबेडकर कल्याण संघ के अरविंद कुमार चक्रवर्ती और ओबीसी महासभा के एडवोकेट वीरेन्द्र गोप ने साझा प्रेस बयान जारी कर कहा है कि बिहार में 65 प्रतिशत आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में डालने की मांग समेत हासिए के समाज के उत्थान व न्यायपूर्ण जीवन के साथ मेहनतकशों व छात्र-नौजवानों के हक-अधिकार के व्यापक एजेंडा पर आयोजित यह महाजुटान बिहार के बदलाव-विकास के लिए संगठित आवाज को बुलंद करेगा और संघर्ष के नए दौर का आगाज होगा।

बहुजन संगठनों ने साझा प्रेस बयान में कहा है कि संविधान व लोकतंत्र विरोधी भाजपा-आरएसएस ऐसी शक्तियां बिहार को पीछे की ओर ले जाने के लिए अधिकतम ताकत लगा रही हैं। इन ताकतों को शिकस्त देना संविधान व लोकतंत्र बचाने और बिहार को बदलाव की दिशा में ले जाने के लिए प्राथमिक व जरूरी कार्यभार है।

बहुजन संगठनों ने कहा है कि बिहार में भाजपा-आरएसएस ऐसी ताकतों को शिकस्त देने के लिए तमाम संघर्षरत शक्तियों की एकजुटता बेहद जरूरी है। भाकपा-माले ने बिहार की वर्तमान सामाजिक-राजनीतिक परिस्थिति में जरूरी पहल किया है। सामाजिक न्याय के लिए संघर्षरत तमाम संगठनों और कार्यकर्ताओं व बुद्धिजीवियों को इस पहल का हिस्सेदार बनना ही चाहिए। ’बदलो बिहार महाजुटान’ में भारी तादाद में भागीदारी करनी चाहिए.

(बहुजन संगठनों की ओर से रिंकु यादव द्वारा जारी।)

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