वरिष्ठ पत्रकार, कवि, लेखक राकेश अचल को 2023 के लोकजतन सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। 24 जुलाई को ग्वालियर के मानस…
कृष्ण चंदर की महान कृति ‘पौदे’: महज एक किताब नहीं नायाब दस्तावेज है!
कृष्ण चंदर का वजूद और अदब इस बात की जमानत है कि वे उन लोगों की पहली कतार में से…
दो बीघा ज़मीन: बिमल रॉय की ऑल टाइम क्लासिक फ़िल्म के सात दशक
भारतीय सिनेमा में बिमल रॉय का शुमार बा-कमाल निर्देशकों में होता है। उन्होंने न सिर्फ़ टिकिट खिड़की पर कामयाब फ़िल्में…
शो मस्ट गो ऑन: कश्मीरी कलाकार होने के मायने
2018 की सर्दियों में तारिक अहमद मीर, दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले में भूमथम, मीर बाजार गांव से बौने कद…
हेनरी डेविड थोरो जन्मदिन विशेष: सादगी हो, पर सियासत के नाम पर नहीं
सादगी दिवस की शुरुआत लेखक और दार्शनिक हेनरी डेविड थोरो के सम्मान में की गई थी। डेविड जीवन को सादगी…
इंकलाब के लिए थी हरभजन सिंह हुंदल की कलम
विश्वविख्यात शहीद कवि पाश के गहरे हमख्याल और हमसफर सुप्रसिद्ध पंजाबी लेखक हरभजन सिंह हुंदल की जीवन संध्या का दीया…
एमएस सथ्यू की फिल्म ‘गर्म हवा’ छह दशक बाद भी क्यों बनी हुई है प्रासंगिक?
हिंदी सिनेमा में बहुत कम ऐसे निर्देशक रहे हैं, जिन्होंने अपनी सिर्फ़ एक फ़िल्म से फ़िल्मी दुनिया में ऐसी गहरी…
भारतीय जनांदोलनों के असाधारण पुरखे स्वामी सहजानंद सरस्वती
आज 26 जून स्वामी सहजानंद सरस्वती का स्मरण दिवस है। वे भारतीय समाज के असाधारण व्यक्तित्व थे। यह सामान्यतः किसी…
फैज़ अहमद फैज़ की कविता और प्रेम, देह, प्रतिरोध पर एक नज़रिया
‘मुझसे पहली सी मोहब्बत मिरी महबूब न मांग’ फैज़ अहमद फैज़ की बेहद मशहूर नज़्म, इतनी मशहूर कि कुछ लोग…
‘फिल्म’ जय भीम: वर्ग-जाति और मार्क्स-आंबेडकर का साझापन
मद्रास उच्च न्यायालय से सेवानिवृत्त हुए न्यायाधीश के.चंद्रू जब वकील थे, तब 1993 में उन्होंने एक आदिवासी गर्भवती स्त्री पार्वती…