Saturday, April 27, 2024

Campaign Against State Repression

वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।

बस्तर में मणिपुर जैसी घटनाएं लंबे समय से जारी हैं: सोनी सोरी

नई दिल्ली। सरकार द्वारा लगातार हो रहे लोगों के दमन के विरोध में शुक्रवार को दिल्ली के प्रेस क्लब में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें देश के अलग-अलग हिस्सों से आए लोगों ने अपने साथ हुई...

बढ़ते एजेंसियों के छापों और राज्य आतंक के साथ ही बढ़ रहा है प्रतिरोध का जज्बा

इस वर्ष 59 दिनों तक चले सावन मास के दरमियान लाखों युवाओं को कांवर ढोते हुए जलाभिषेक के लिए लंबी-लंबी दूरी की यात्राओं पर जाते हुए देखकर यह लगता था कि चंद्रयान-3 के युग में भारत का बहुसंख्यक युवा अभी...

गांधी पीस फाउंडेशन पर मोदी सरकार का पहरा, पुलिस अनुमति के बिना नहीं होगा कोई कार्यक्रम

नई दिल्ली। केंद्र सरकार संसद से लेकर सड़क तक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर लगाम लगाने की न सिर्फ तैयारी कर ली है बल्कि अब वह तेजी से उसके क्रियान्वयन की तरफ बढ़ रही है। तभी तो दिल्ली के गांधी...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...