भारत के वर्तमान सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता भले ही हमारे धर्मनिरपेक्ष-बहुवादी और संघात्मक संविधान के नाम…
यूपी: लव जिहाद और जाति उन्माद का पुलिस स्टेट
नए वर्ष में भी भाजपा सरकारों ने समाज को ऐसे कानूनों का तोहफा देने की जिद नहीं छोड़ी है जिनकी…
बिहार के चुनावों में मीडियाः तमाशबीन या खिलाड़ी?
बिहार में एनडीए किसी तरह दोबारा सत्ता में आ गया है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी को मीडिया ऐसी शाबासी दे…
देश की एकता के लिये अभिशाप हैं धर्म और जाति से प्रेरित दंगे
धर्म के नाम पर हुए उन व्यापक दंगों या नर संहारों को याद रखा जाना चाहिए। उन्हें याद रखना इसलिए…
पुण्यतिथि पर विशेषः अंदरूनी अत्याचारियों से विद्रोह चाहते थे लोहिया
अगर माखनलाल चतुर्वेदी एक भारतीय आत्मा थे तो डॉ. राममनोहर लोहिया एक बेचैन भारतीय आत्मा थे। वे चाहते थे कि…
हाथरस गैंगरेप: “हम दलित हैं और यही हमारा पाप है….हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे गांव छोड़ दें”
हाथरस। हमेशा जब वह 50 वर्षीय शख्स स्थानीय स्टोर पर जाता है तो दुकानदार उसे कुछ दूरी पर खड़े रहने…
वंचितों के लिए आजीवन संघर्षरत रहे स्वामी अग्निवेश
स्वामी अग्निवेश जी कई दिनों गंभीर रूप से थे । वे लीवर की समस्या से पीड़ित थे, लीवर का ट्रांसप्लांट…
‘शिक्षक दिवस’ और सर्वपल्ली राधाकृष्णन के गौरव-गान के मायने
कहते हैं कि इतिहास एक ‘ट्रेचरस टेरेन’ है जहां बतायी जाने वाली चीजें कम होती हैं और छिपाई गई या…
सोशल मीडिया से नहीं चलेगा काम, तोड़नी होगी जमीन
भारतीय राजनीति आज एक संकट से गुजर रही है। संसद से सड़क तक भविष्य को लेकर एक बेचैनी मौजूद है।…
पतनशील हिंदू और पूंजी की संस्कृति की दुरभिसंधि: अंधकार युग की ओर बढ़ता भारत
भारत में उत्तर से लेकर दक्षिण और पूरब ले लेकर पश्चिम तक आरएसएस (संघ), भाजपा एंव अन्य आनुषंगिक संगठनों और…