मोहन राकेश ने दी हिंदी नाटकों को एक नई पहचान
मोहन राकेश हिंदी साहित्य के उन चुनिंदा साहित्यकारों में हैं जिन्हें ‘नयी कहानी आंदोलन’ का नायक माना जाता है और साहित्य जगत में लोग उन्हें [more…]
मोहन राकेश हिंदी साहित्य के उन चुनिंदा साहित्यकारों में हैं जिन्हें ‘नयी कहानी आंदोलन’ का नायक माना जाता है और साहित्य जगत में लोग उन्हें [more…]
दुनिया के लिए ‘सुरेखा सीकरी’ , पर हमारे लिए ‘फ़याज़ी, नहीं ‘फैज्जी’। जब सब तरफ़ से तुम्हारे इस जहां से रुख़्सत हो जाने की आवाज़ें [more…]
लखनऊ। रिहाई मंच ने आतंकवाद के नाम पर की गई गिरफ्तारियों को लेकर लखनऊ स्थित रिहाई मंच कार्यालय पर पत्रकार वार्ता की। वार्ता में आतंकवाद [more…]
कल एमेजन प्राइम पर बहुचर्चित टीवी ड्रामा ‘मिर्ज़ापुर।’ के दूसरे दौर की सारी कड़ियों को देखा। यूपी की राजनीति के शिखर-स्थान और हथियारों-नशीली दवाओं के [more…]
एके हंगल के नाम का जैसे ही तसव्वुर करो, तुरंत हमारी आंखों के सामने एक ऐसी शख्सियत आ जाती है जो सौम्य, शिष्ट, सहृदय, सभ्य, [more…]
उस समय जबकि नाटक को निचले दर्जे की चीज़ माना जाता था और नाटक करने आए लड़के-लड़कियों को ‘नाचने-गाने वाले’ कहकर दूर हटाया जाता था। [more…]