झारखंड। आज भी बहंगी का उपयोग बुजुर्गों,बीमारों को ले जाने लाने में सहारा बना हुआ है। आज आजादी के आठ दशक बाद और इस डिजिटल इंडिया के दौर में जब सड़क के अभाव में किसी बीमार या बुजुर्ग को...
‘‘जब मेरे इलाके में फैक्ट्रियां लगनी शुरू हुई थीं, तो मेरी उम्र लगभग 40 साल थी। मेरे गांव वाले बहुत खुश थे कि अब हमें रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। हमारे इलाके में नये-नये अस्पताल...
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के क़ानूनी नियमों और भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का सरकार खुद ही उल्लंघन कर रही है। भारत सरकार के दिशा-निर्देश में फोर्टीफाईड चावल के बोरों या पैकेटों में लेबल लगाना क़ानूनी बाध्यता...
क्या हिन्दी के लेखक व कवि सोशल साइट्स पर श्रद्धांजलि देने के लिए उतावले रहते हैं? बेशक हाँ! मेरे एक कवि मित्र ने मुझे बताया कि हिन्दी के कई लेखक व कवि बहुत सारे वृद्ध प्रसिद्ध व्यक्तियों के संस्मरण...