जब गोबर से पाला पड़ा कोरोनावायरस का!

‘‘गोबर और गोमूत्र से काम नहीं बना। कल मछली खाकर देखता हूं’’। मई के मध्य में यह साधारण सा फेसबुक…

इतिहास में दुष्प्रचार और झूठ का तड़का

इतिहास के साथ दुष्प्रचार और गलतबयानी एक आम बात रही है। सत्तारूढ़ शासक अक्सर अपने विकृत और विद्रूप अतीत को…

विचारधारा को पैजामे का नाड़ा समझती है आप

विचारधारा अब दिल्ली के बजट में एक मद भर रह गई है। आप ब्रांड देशभक्ति = 500 तिरंगे +भगत सिंह+…

बजट: राष्ट्रीय संपदा का कॉरपोरेट को हस्तानांतरण का रोडमैप

2021-22 का बजट सामान्य रूटीन का बजट नहीं हैं, यह खुलेआम इस बात की घोषणा करता है कि देश की…

पुस्तक समीक्षाः देश के लोग हैं असल ‘भारत माता’

वर्तमान लोकतांत्रिक भारत राष्ट्रवाद के जिस रास्ते पर चल रहा है, उसमें ‘भारत माता’ के नाम का इस्तेमाल असहमति रखने…

‘शहीद जगदेव कर्पूरी संदेश यात्रा’ के समापन पर वक्ताओं ने कहा- राष्ट्रवाद का नारा देकर बेचा जा रहा है देश

सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) और बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन (बिहार) के बैनर तले किसान आंदोलन के साथ एकजुटता में जारी ‘शहीद…

चंद लड़ाइयों और आंदोलन से नहीं रोका जा सकता संघ का दानवी अभियान

आप जिससे लड़ रहे हैं, उसे इस बात से बहुत कम फर्क पड़ता है कि आपकी बात कितनी सही है,…

टैगोर का राष्ट्रवाद, आरएसएस का राष्ट्रवाद नहीं है अमित शाह जी!

अगले साल बंगाल में चुनाव हैं। वहां राजनीतिक गतिविधियां तेज हैं और भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री…

हिंदू राष्ट्रवाद का खौफ़नाक मंजर पेश करती है अरुंधति की किताब ‘आज़ादी’

अरुंधति रॉय भारत की उन चंद लेखकों में हैं, जिनकी समकालीन भारत की नब्ज़ पर उंगली है और जो भारत…

अपरिभाषेय राष्ट्रवाद की परिभाषा!

जेएनयू के परिसर में सन् 2016 की सर्दियों में हुए राष्ट्रवाद पर भाषणों के संकलन, ‘What the nation really needs…