क्या बसपा अब राजनीतिक रूप से संदिग्ध हो गई है?

कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती जी ने दो बड़ी घोषणाएं कीं। पहली ये…

यूपी में बीएसपी को सिरे से खारिज़ करना बड़ी भूल होगी

यह हकीकत है कि उप्र की राजनीति में बहुजन समाज पार्टी जीतने की स्थिति में नहीं है, ना ही कोई…

पुस्तक समीक्षा: दर्जाबंदी तोड़ने की निगाह

सदियां गुजर गईं मगर वंचनाओं ने आज तक आधी दुनिया का पीछा नहीं छोड़ा। कोई ऐसा क्षेत्र नहीं, कोई ऐसी…

राहुल बनाम मोदीः सच बनाम झूठ की लड़ाई

राहुल गांधी के बारे में लिखना-बोलना एक कठिन काम है। देश की सबसे पुरानी तथा एक महत्वपूर्ण पार्टी के नेता…

कुछ चुनाव-रणनीतिकार अगर सीएम-पीएम बनाने लगें तो बचे-खुचे लोकतंत्र का क्या होगा?

नेताओं और दलों को ‘चुनाव रणनीति’ बताने और बनाने वालों के ‘बाजार’ के किसी ‘कामयाब कारोबारी’ को अगर ये भ्रम…

अभी नहीं हुआ है लखनऊ और दिल्ली के बीच संघर्ष का पटाक्षेप

पिछले एक पखवाड़े के दौरान लखनऊ से लेकर दिल्ली के बीच बीजेपी के भीतर घटी घटनाओं का अभी पटाक्षेप हो…

स्वर्ग को नर्क बनाने की कोशिश

धरती पर स्वर्ग की क्या कल्पना हो सकती है? जहां लोग आपस में मिलकर रहते हों। कोई किसी से झगड़ा…

दलित करेंगे देश में लोकतांत्रिक परिवर्तन की अगुआई: अखिलेंद्र

उत्तर प्रदेश में नई राजनीतिक पहलकदमी लेने पर आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट की वर्चुअल बैठक कल सम्पन्न हुई। इस बैठक…

कानून से बेपरवाह मुंबई के ‘कमाऊ पूत’ और उनके आका

पुलिस और राजनीति में ‘कमाऊ पूत’ एक जमी-जमायी परंपरा है। हालांकि यह विरल ही मिलेगा कि मुंबई पुलिस के असिस्टेंट…

विपरीत माहौल के बावजूद कांग्रेस अडिग है अपनी जगह

पिछले सात सालों में एक किस्म का जीवंत सा कुटीर उद्योग उभर आया है, जिसके दो असमान से पक्ष नजर…