भारतीय समाज में अवैज्ञानिक परंपरा का साइकोपैथ अवशेष

उच्चतर डिग्री हासिल करके पढ़ा-लिखा होना इस बात का सुबूत नहीं बन जाता कि हम जागरूक भी हैं। जागरूकता तो…

हिन्दू धर्म त्यागकर बौद्ध धर्म अंगीकार कर मैं बहुत प्रसन्न हूं: डॉ. अम्बेडकर

‘‘मैं आज बहुत ही प्रफुल्लित हूं। मैं जरूरत से ज्यादा प्रसन्न हूं। मैंने जिस क्षण हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म…

जल, जमीन, आकाश, सबकी फ़िक्र बढ़ाती है मृत देह 

इन दिनों देश में पितृ पक्ष चल रहा है और सनातन धर्म से जुड़े लोग अपने मृत पूर्वजों को याद…

हिंदुओं, अपने भीतर झांको

व्यक्ति हो, धर्म हो या राष्ट्र, जब अपनी कमियों को जानने-समझने और सुधारने का काम छोड़ कर दूसरों की कमियों…

ध्रुवीकरण की राजनीति और साझी विरासत पर हमले

भारत की सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासत की समृद्धि उसकी विविधता में निहित है। अनेक कवियों और लेखकों ने बताया है…

आज़ादी के जश्न से आज भी दूर हैं बापू

15 अगस्त, 1947 को जब देश की आजादी का ऐलान हुआ, वह गाँधी जी के लिए जश्न का दिन नहीं…

सर्व धर्म समभाव की भावना भी अब नफ़रत के निशाने पर

मुग़ल-ए-आजम अक़बर और राष्ट्रपिता गांधी के ‘सर्व धर्म समभाव’ की विचारधारा को मजबूत करना भी अब कम ख़तरनाक नहीं है,…

बहुजन ढो रहे हैं हिंदुत्व की कांवड़

प्रयागराज। बड़े-बड़े बैनरों से सजा डीजे, मालवाहक वैन और ट्रैक्टरों पर निकलने वाली कांवड़ यात्रा सावन के पहले पाख के…

बिहार: गाय के नाम पर मुसलमानों की गिरफ्तारी और राजनीति का बदलता रंग

दुनिया को धर्म और ज्ञान की रोशनी देने वाला और दुनिया में गणतंत्र की जननी कहे जाने वाले वैशाली जिले…

कोई और नहीं आप खुद बनिए अपना गुरू

(गुरु पूर्णिमा के मौके पर चैतन्य नागर का आया यह लेख किन्हीं कारणों से प्रकाशित होने से रह गया था।…