जंग-ए-आज़ादी में निर्णायक मोड़ देने वाले शहीद-ए-आजम भगत सिंह की 23 मार्च को 89वीं पुण्यतिथि है। 23 मार्च, 1931 को बरतानिया हुकूमत ने सरकार के खिलाफ क्रांति का बिगुल फूंकने के इल्जाम में उन्हें फांसी की सजा सुनाई थी।...
हवा में रहेगी मेरे ख्यालों की बिजली ये मुश्ते ए खाक है फानी रहे रहे न रहे
भगत सिंह
एक ऐसा नाम
जो खून में उतर जाता है
रोमांच से भर देता है
नसें फड़क उठती हैं
आदर्श जग उठते हैं
छोटे पन से घृणा होने...