मूंछों पर ताव, घोड़े की सवारी या फिर डीजे संगीत बजाना – कुछ भी जातीय संघर्ष को जन्म दे सकता…
मणिपुर पर सिविल सोसाइटी ने कहा- पीएम मोदी चुप्पी तोड़ें और विभाजनकारी राजनीति से बाज आए बीजेपी
देश के नागरिक संगठनों और एक्टिविस्टों ने मई, 2023 की शुरुआत से मणिपुर में मेइती समुदाय तथा आदिवासी कुकी और…
भारतीय समाज में अवैज्ञानिक परंपरा का साइकोपैथ अवशेष
उच्चतर डिग्री हासिल करके पढ़ा-लिखा होना इस बात का सुबूत नहीं बन जाता कि हम जागरूक भी हैं। जागरूकता तो…
कौन चाहता है टीचर बनना!
सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्य इस कदर बदलते जा रहे हैं कि कभी देवता और गुरु जी कह कर पूजे जाने…
डिप्रेशन में देश: समझ कम, इलाज नाकाफी
यह एक विडम्बना है कि जिस देश की जड़ें तथाकथित आध्यात्मिकता में रहीं हैं, उसके धर्म और आध्यात्मिक ज्ञान उसे…
जयंती पर विशेष: वर्तमान में नहीं रही प्रेमचंद युग की पत्रकारिता
वाराणसी। प्रेमचंद जी कहते हैं कि समाज में ज़िन्दा रहने में जितनी कठिनाइयों का सामना लोग करेंगे उतना ही वहां गुनाह…
ग्राउंड रिपोर्ट: मानसून की बेरुखी से बर्बादी के कगार पर खड़े हैं चंदौली के किसान
चंदौली\वाराणसी। आया सावन झूम के… अब सिर्फ सिनेमा और समाज में किंवदंती में बनकर रह ही गया है। उत्तर प्रदेश…
जन्मदिन पर विशेष: मसीहाई भी जिसे रास नहीं आई
जिद्दू कृष्णमूर्ति (1895-1986) दक्षिण भारत के छोटे शहर मदनपल्लै में पैदा हुए। छोटी अवस्था में ही थियोसॉफिकल सोसाइटी की अध्यक्ष…
सरोकारविहीन हो गयी है मौजूदा दौर की पत्रकारिता
दिनेशपुर, उत्तराखंड में अखिल भारतीय लघु पत्र-पत्रिका सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। कुछ समय पूर्व पलाश विश्वास ने पत्रकारिता…
कोविड-19 ने चौड़ी कर दी है देश और समाज में असमानता की खाई
नव वर्ष आने के साथ कोविड-19 ने फिर से दस्तक देना शुरू कर दिया है। कोविड-19 तथा असमानता के बढ़ने…