इलीना सेन नहीं रहीं। इलीना सेन छत्तीसगढ़ में काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता थीं। वे अपने रिसर्च के सिलसिले में…
झारखंड: कोरोना के विपत्ति काल में लौटे प्रवासी मजदूर फिर से पलायन के लिए मजबूर
झारखंड के मजदूरों की रोजी-रोटी के सवाल जब मुंह फाड़े खड़े थे, तब राज्य की हेमंत सरकार ने सूबे में…
हम तंगदिल, क्रूर और कमजोर दिमाग के लोगों से शासित हैं : अपने दोस्त साई बाबा को लिखे खत में अरुंधति राय
(मशहूर लेखिका अरुंधति राय ने नागपुर सेंट्रल जेल में बंद प्रोफेसर जीएन साई बाबा को खत लिखा है जिसमें उन्होंने…
आत्मनिर्भर भारत के बहाने अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ती सरकारें
आज कोरोना महामारी के लगातार बढ़ते प्रभाव के कारण एक ओर देश की सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक स्थिति बद से…
विशेष लेख: यह सुप्रीम कोर्ट का काला दौर है
पहले कुछ तारीखों पर गौर कर लिया जाए- 30 जनवरी, 2020 को केरल राज्य के त्रिशूर जिले में कोरोना के …
विशेष आलेख: अनिश्चितता के बीहड़ में खुलता आत्महत्या का प्रवेशद्वार
जीवन के मोह से मनुष्य का बुनियादी लगाव रहा है, पर लगता है, जैसे जीवन से ऊब भी एक ऐतिहासिक…
पलायन या फिर खुदकुशी बन गयी किसानों की नियति
भारत में औद्योगीकरण अभी तक भारतीय समाज में वर्गीकृत (क्लासिफाइड) मजदूर की रूप रेखा तैयार नहीं कर पाया है। हमेशा…
‘ग़रीब-कल्याण-रोज़गार’ के नाम पर अभी तो सरकार ने सिर्फ़ मुनादी ही करवाई है
कृपया मेरी इस वेदना पर यक़ीन करें कि 30 साल के अपने पत्रकारीय जीवन में मैंने कभी किसी एक ख़बर…
आर्थिक आत्मनिर्भरता : भाषण नहीं लोकोन्मुखी बदलाव से आएगी
घर-वापसी के लिए निकले मजदूरों के प्रति सामान्य राय है कि वे रोज कमाने-खाने वाले लोग हैं। यह कोई नहीं…
प्रवासी श्रमिकों का बहुलांश दलित एवं पिछड़ी जातियां हैं
(इंडियन एक्सप्रेस में 9 जून को प्रकाशित सर्वे के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी आपदा के बाद अपने घरों को पलायन…