चिली में 35 वर्षीय ग्रैबिएल बोरिक देश के अगले सबसे युवा राष्ट्रपति होंगे। शिक्षा के सवाल पर देश में हुए…
नवउदारवाद और टपक बूंद सिद्धांत के दिवालियेपन को उजागर करती है वर्ल्ड इनइक्वलिटी रिपोर्ट
7 दिसम्बर, 21 को ज़ारी वर्ल्ड इनइक्वलिटी रिपोर्ट (World Inequality Report*) 2022 रिपोर्ट ने पिछली सदी के आखरी दशक से…
कृषि कानूनों में काला क्या है-10: कब्र मनमोहन ने खोदी, दफनाया मोदी ने
क्या आप जानते हैं किसानों कि बदहाली का बीज बोया था या दूसरे शब्दों में कहें तो किसानों का कब्रिस्तान…
कोविड-19 से लैंगिक गैर बराबरी का ख़तरा बढ़ा: यूनेस्को रिपोर्ट
कोविड-19 महामारी ने दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं, स्वास्थ्य व्यवस्थाओं, उत्पादन व्यवस्था , सामाजिक, राजनीतिक व्यवस्थाओं को बुरी तरह प्रभावित किया…
दलितों के लिए तबाही का नया दौर साबित हुआ है आरएसएस-बीजेपी का शासन
दलितों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए भारत की जाति व्यवस्था सबसे बड़ी बाधा है। जाति पदानुक्रम के पायदान…
नोटबन्दी ने बना दिया भारतीय अर्थव्यवस्था को ‘दिव्यांग’
जब नोटबंदी की घोषणा, 8 नवम्बर 2016 को रात 8 बजे प्रधानमंत्री जी कर रहे थे, तो अधिसंख्य देशवासियों की…
क्या सचमुच कांग्रेस के पुनर्जीवन की शुरुआत हो गई है?
उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी की दो रैलियों (वाराणसी और गोरखपुर में) की सफलता से इस राज्य में कांग्रेस की…
महंगाई ने खड़ा कर दिया है किसानों को शहरी मजदूरों की कतार में
मुरैना जिले के बस्तौली गाँव के गयाराम सिंह धाकड़ को समझ ही नहीं आ रहा है कि सरसों के उम्मीद…
सत्ता मिली तो ‘हम दो, हमारे दो’ से कैसे निपटेगी कांग्रेस ,क्या है रोडमैप?
देश कि ध्वस्त अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी,भीषण मंहगाई और सरकार कि चतुर्दिक असफलता से एमपी, बिहार विधानसभा चुनाव से शुरू होकर बंगाल…
लोहिया की प्रासंगिकता और उनसे जुड़े सवाल
महापुरूषों की स्मृति और मूल्यांकन से ही कोई समाज ऊर्जा ग्रहण कर निखर सकता है। गांधी जी के बाद डॉक्टर…