Saturday, April 27, 2024

privatization

‘लायक बनाता है, नालायक बेचता बिगाड़ता है’

नरेंद्र मोदी नीत भाजपा सरकार रेलवे बेच रही है। सरकारी बैंक बेचने को तैयार है। पुलिस विभाग बेच रही है। सड़कें बेच रही है। बस स्टेशन बेच रही है। बीएसएनएल-एमटीएनएल की जमीनें और इमारतें बेच रही है। कई और...

कॉरपोरेट लूट और निजीकरण के खिलाफ किसानों-मजदूरों का देश भर में प्रदर्शन

देश के तमाम हिस्सों में किसान, मजदूर और कर्मचारी देश बचाने के लिए सड़कों पर उतरे। किसान-मजदूर विरोधी कानून, देश को कार्पोरेट के हवाले करने और देश की कंपनियों को बेचने के खिलाफ नौ अगस्त का दिन ‘देश बचाव...

नयी शिक्षा नीतिः गरीबों कोे शिक्षा की छलनी से छानने की तैयारी

मोदी नीत भाजपा सरकार ने कस्तूरीरंगन समिति की रिपोर्ट पर मुहर मार कर नई शिक्षा नीति-2020 को अमली जामा पहना दिया। नई शिक्षा नीति के तहत जीडीपी का छह फीसदी शिक्षा पर खर्च करने का फैसला किया गया है।...

पूंजीवादी महामारी को समाजवाद की खुराक

कोरोना संकट ने पूरे विश्व में सिर्फ और सिर्फ लाभ अर्जन की प्राथमिकता वाले पूंजीवादी ढांचे को बुरी तरीके से हिला दिया है। इसमें कोई शक-शुबहा नहीं रह गया है। इस विश्वव्यापी अभूतपूर्व संकट के सामने पूंजीवादी देश पूरी...

ओला और बारिश से बर्बाद किसान सरकार की चिंता में नहीं

आजादी के तिहत्तर साल के बाद आज भी भारत का किसान भाग्य भरोसे है। हाड़ तोड़ मेहनत करने के बावजूद उसकी जिंदगी में अंधकार और अनिश्चितता है। जुताई, बुआई, मड़ाई और कटाई में ही उसकी सारी उमर बीत जाती है।...

कार्पोरेट घरानों को देश सौंपने की शुरुआत

लोकतंत्र में सरकारें इसलिए बनती हैं कि देश को संविधान के दायरे में रहकर एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया के साछ चलाया जा सके। देश को चलाने में सरकारी विभागों के साथ ही सरकारी कंपनियों का सुचारु रूप से चलाना बहुत...

Latest News

ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...