Author: सत्येंद्र रंजन
सिलिकॉन वैली बैंक: अभी तो सिर्फ एक बबूला फूटा है
अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) के संकट की खबर फैलने के साथ ही इसकी तुलना 2008 में लीमैन ब्रदर्स के फेल होने की घटना [more…]
लोकतंत्र पर राहुल गांधी की समस्याग्रस्त सोच
राहुल गांधी ने लंदन जाकर भारतीय लोकतंत्र के बारे में जो कुछ कहा, उस पर भारतीय जनता पार्टी का एतराज जताना उसके दोहरे मानदंड को [more…]
जी-20: अप्रासंगिक मंच से बेमतलब उम्मीद
नई दिल्ली में इकट्ठा हुए ग्रुप-20 के विदेश मंत्रियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सटीक बात कही कि विश्व संचालन की [more…]
कांग्रेस अधिवेशन: बात सिर्फ इरादों तक रह गई!
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से बने माहौल के बीच कांग्रेस के रायपुर महाधिवेशन को लेकर जनता के एक बड़े हिस्से में स्वाभाविक दिलचस्पी [more…]
एक साल जिसमें अमेरिकी साम्राज्य की जड़ें हिल उठीं
24 फरवरी 2022 को जब रूस ने यूक्रेन में विशेष सैनिक कार्रवाई शुरू की, तब इसका अंदाजा यह बहुत कम लोगों को रहा होगा कि [more…]
नकली बनाम असली चेहरा
बीबीसी के नई दिल्ली और मुंबई स्थित दफ्तरों पर छापा (सरकारी तौर पर जिसे आय कर सर्वे कहा गया) पड़ने के बाद भारत में मौजूदा [more…]
क्या यह अमेरिका का आतंकवाद नहीं है?
शेमूर हर्श 85 साल के हो चुके हैं, लेकिन अमेरिकी साम्राज्यवाद के अपराधों को बेनकाब करने का उनका जज्बा बदस्तूर बना हुआ है। अब उन्होंने [more…]
भारत की विदेश नीतिः दो नावों की सवारी के ज्यादा दिन नहीं!
साल भर पहले यूक्रेन में रूस की विशेष सैनिक कार्रवाई शुरू होने के बाद से भारत की कूटनीति ‘दो नावों पर सवारी’ करने जैसी रही [more…]
बजट और विकल्प
इस बात की दाद नरेंद्र मोदी सरकार को अवश्य दी जानी चाहिए कि इस बार के बजट में उसने अपनी प्राथमिकताओं को छिपाने की कोई [more…]
संदेश मिला और सवाल उठेः अब जवाब चाहिए
राहुल गांधी के नेतृत्व में हुई भारत जोड़ो यात्रा इस बात को जताने में ठोस रूप से कामयाब रही कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय [more…]