नई दिल्ली। यूपी में जातीय-सामंती मानसिकता गहराई से जड़ जमाए हुए है। समय-समय पर अलग-अलग रूपों में यह सामने आती रहती है। आगरा में इसका एक ताजातरीन मामला सामने आया है। यहां एक दलित दूल्हे को न केवल घोड़ी से उतारा गया बल्कि उसकी पिटाई भी की गयी है। हमलावर ठाकुर समुदाय से थे। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक पुलिस का कहना है कि 4 मई को दूल्हे की बारात जा रही थी उसी समय रास्ते में उस पर हमला हो गया। घटना उस समय हुई जब बारात सदर बाजार पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले सोहल्ला जाटव बस्ती में पहुंची थी।
शिकायत के मुताबिक कथित ऊंची जाति के लोगों ने बारातियों पर राडों और लाठियों से हमला कर दिया। बारात में शामिल लोग अपनी सुरक्षा के लिए राधा कृष्ण मैरिज हाल जहां बारात रुकी थी, की तरफ भागे। लेकिन फिर भी पिटने से नहीं बच सके। इस दौरान बारातियों के साथ ही हमलावरों ने दूसरे लोगों की पिटाई और महिलाओं के साथ छेड़खानी की। हमलावरों ने शादी के हॉल में होने वाली बिजली की सप्लाई को भी काट दिया। इसके साथ ही जातिसूचक गालियां देते हुए पूरे समारोह को तहस-नहस कर दिया।
इस सिलसिले में सदर बाजार पुलिस स्टेशन में दूल्हे की सास गीता जाटव की ओर से 8 मई को एक एफआईआर दर्ज करायी गयी है। गीता ने अपनी एफआईआर में कहा है कि जब उनके दामाद अजय जाटव और दूसरे लोग सोहल्ला बस्ती के पास से गुजर रहे थे तो 20-25 की संख्या में लोगों ने उन्हें रोक लिया। उनका कहना था कि ‘हमारे गांव में दलित दूल्हे घोड़ी पर नहीं चढ़ते हैं। तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई घोड़ी पर चढ़ने की’?
गीता जाटव ने कहा कि हमने 5 मई को इलाके के पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया। उसके बाद हमने आगरा के पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रितिंदर सिंह से संपर्क किया और फिर उन्हीं के निर्देश पर 8 मई को एफआईआर दर्ज हुई। मैं उन बदमाशों की तत्काल गिरफ्तारी चाहती हूं जिन्होंने मेरी बेटी अंजना की शादी में बाधा पहुंचाई। पुलिस ने अनुसूचित जाति और जनजाति रोकथाम कानून समेत आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत पांच नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
एफआईआर में योगेश ठाकुर, राहुल कुमार, सोनू ठाकुर, कुणाल और शिशुपाल के नाम शामिल हैं। सदर बाजार की डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस अर्चना सिंह ने कहा कि हमने रिपोर्ट दर्ज कर ली है और हमलावरों को पकड़ने के लिए छापे डाले जा रहे हैं लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)