british
संस्कृति-समाज
ज्योतिराव फुले: आधुनिक युग में दलितों-बहुजनों, महिलाओं एवं किसानों के संघर्ष के पहले नायक
तुम कैसे बेशर्म हुए, वश में होकर इन ब्राह्मणों के
नित छूने को चरण अरे तुम झुक जाते हो यों कैसे।
आर्यों की मनुस्मृति को देखो, ध्यानपूर्वक देखो
उसमें धोखा है सब देखो, पढ़ो ज़रा इनके ग्रंथों को।।
- ज्योतिराव फुले
“मेरे तीसरे गुरु...
संस्कृति-समाज
बेमिसाल थी अशफाकुल्ला और बिस्मिल की दोस्ती, खेल के मैदान से लेकर फांसी के फंदे तक रहा साथ
"कभी तो कामयाबी पर मेरा हिन्दोस्तां होगा।
रिहा सैय्याद के हाथों से अपना आशियाँ होगा।।"
अंग्रेजी शासन से देश को आज़ाद कराने के लिए हंसते−हंसते फांसी का फंदा चूम कर अपने प्राणों की आहुति देने वाले अशफ़ाक़ुल्ला खान जंग−ए−आजादी के महानायक...
पहला पन्ना
विन्सेंट शीनः जिसने कहा था कि गांधी कभी भी मारे जा सकते हैं
विन्सेंट शीन ऐसे अमेरिकी पत्रकार थे जिन्होंने बहुत साफ शब्दों में कह दिया था कि महात्मा गांधी की कभी भी हत्या हो सकती है। यह बात उन्होंने प्रसिद्ध अमेरिकी पत्रकार और लेखक विलियम एल. शरर से कही और उसके...
बीच बहस
6 दिसम्बर 1992, यानी न्याय का विध्वंस
सरकारों के मुंह पर पुलिस का खून तो लगा ही हुआ था अब अदालतों का खून भी लग गया है। कहते हैं ब्रिटिश राज ने दुनिया भर में फैले अपने औपनिवेशिक साम्राज्य को चलाने के लिए उतना पुलिस की...
पहला पन्ना
भगत सिंह के सपनों का भारत बनाम ‘हिन्दू राष्ट्र’
शहीद-ए-आज़म भगत सिंह का आज 113वां जन्म दिवस है। आज तो उन्हें याद करना बनता ही है। देश की आज़ादी के लिए बेशक अन्य हजारों क्रांतिकारियों और स्वतन्त्रता सेनानियों ने भी कुर्बानियां दी हैं। उनके बलिदान को कम करके...
ज़रूरी ख़बर
खेती छीन कर किसानों के हाथ में मजीरा पकड़ाने की तैयारी
अफ्रीका में जब ब्रिटिश पूंजीवादी लोग पहुंचे तो देखा कि लोग अपने मवेशियों व जमीन से बहुत प्यार करते हैं। मवेशी परिवार के सदस्य की तरह व जमीन को मां-बाप की तरह मानते हैं। ब्रिटिश पूंजीवादियों ने एक युक्ति...
पहला पन्ना
गुजरात कोर्ट ने मुकदमे से मोदी का नाम हटाने के लिए कहा
Janchowk -
नई दिल्ली। गुजरात की एक स्थानीय कोर्ट ने 2002 के दंगे के दौरान चार ब्रिटिश नागरिकों की बर्बर हत्या के मामले में दायर याचिका से पीएम मोदी का नाम हटा देने का निर्देश दिया है। चार ब्रिटिश नागरिकों की...
बीच बहस
भारत छोड़ो आंदोलन: ग्वालिया में जब गूंजी अंग्रेजों के खिलाफ खड्गधारी की आवाज़
आज ही के दिन 8 अगस्त 1942 को बम्बई के ग्वालिया टैंक मैदान जिसे अब अगस्त क्रांति मैदान कहा जाता है, में भारत छोड़ो आंदोलन की पूर्व संध्या पर गांधी जी ने एक ऐतिहासिक भाषण दिया था। जिसका टेक्स्ट...
ज़रूरी ख़बर
खाकी की होगी सत्ता और देश पर चलेगा कार्पोरेट लूट का राज
(1)पुलिसकर्मी अपने कार्यों, शक्तियों और कर्तव्यों का उपयोग सामान्य जनता और मौजूदा सरकार के निष्पक्ष सेवक के रूप में करेंगे.... किसी भी पुलिसकर्मी को, उसके कार्यों या शक्तियों, या पुलिस संसाधनों का उपयोग करते वक्त, किसी भी राजनीतिक पार्टी...
संस्कृति-समाज
पुण्यतिथि पर विशेष: शहीद ऊधम सिंह, सात समंदर पार जाकर जिसने की अपनी शपथ पूरी
पंजाब की सरजमी ने यूं तो कई वतनपरस्तों को पैदा किया है, जिनकी जांबाजी के किस्से आज भी मुल्क के चप्पे-चप्पे में दोहराए जाते हैं, पर मुहम्मद सिंह आज़ाद उर्फ ऊधम सिंह की बात ही कुछ और है। ऊधम...
Latest News
AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र
लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।
You must be logged in to post a comment.