Saturday, April 27, 2024

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मोदी जी के नेतृत्व में देश सोमालिया और सूडान बनने की तरफ अग्रसर

गाल बजाने और बड़ी-बड़ी डींगें हांकने से अगर सब कुछ सुधर जाए तो विकास और बदलाव लाने की सारी राजनीति बेकार ही है। मौजूदा सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि तो यही है कि उसने भारतीय लोकतंत्र, प्रेस की आज़ादी और...

मंत्रियों के लिए काल बने कोरोना के सामने आम आदमी की क्या बिसात!

नीतीश कुमार कैबिनेट के दूसरे साथी कपिलदेव कामत की कल गुरुवार देर रात डेढ़ बजे कोविड-19 से मौत हो गई।  उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण के बाद पटना एम्स में भर्ती कराया गया था। कपिलदेव कामत नीतीश कुमार सरकार में...

अखलाक से इखलाक तक पांच सालों में बदल गया पूरा देश

28 सितंबर, 2015 (मोदी सरकार के सत्तासीन होने के साल भीतर) नोएडा के दादरी में बीफ रखने के आरोप में अख़लाक़ नामक अधेड़ व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। तब पूरे देश में मोदी सरकार के खिलाफ़...

भारत और पाक दूतावासों के 181 अधिकारी-कर्मचारी अपने-अपने वतन लौटे

हिंदुस्तान और पाकिस्तान दूतावासों के 181 अधिकारी और उनके परिजन अपने-अपने वतन को लौट गए हैं। पिछले दिनों भारत-पाक ने इस्लामाबाद और दिल्ली स्थित दूतावासों के अधिकारियों की तादाद 50 फ़ीसदी कम करने का फैसला किया था। उसी के...

विश्व भर ने महसूस की जॉर्ज की पीड़ा

जॉर्ज फ्लायड की हत्या ने दुनिया भर की पीड़ित कौमों को उनकी पीड़ा का अहसास करा दिया है। नतीजतन फ्लायड की हत्या के बाद शुरू हुआ विरोध-प्रदर्शनों का दायरा अमेरिका की सरहदों को तोड़कर विश्वव्यापी होता जा रहा है।...

देश के घाव पर मिर्च रगड़ने सरीखा है कोरोना पर सरकार के आला अफ़सरों के झूठे और कल्पित बयान

गृहमंत्री अमित शाह के मंत्रालय के Medical Emergency Management Plan के Empowered Group के अध्यक्ष डॉ. वी के पॉल ने कहा है कि सही समय पर लॉकडाउन के कारण आज हमारे देश में कोरोना बीमारी के मामले 14 से...

ये बेटियां इम्तहान छोड़कर देश और संविधान बचाने की लड़ाई लड़ रही हैं

फरवरी महीने के दूसरे पख के साथ ही दसवीं और बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। केंद्रीय बोर्ड समेत सभी राज्यों की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी के दूसरे-तीसरे पखवाड़े से शुरू हो रही हैं। सीबीएसई की परीक्षाएं...

मां और मुल्क बदले नहीं जाते

यह शीर्षक हमारा नहीं है। यह सीएए-एनआरसी का विरोध करने वाले एक युवा की भावनाएं हैं। पूरे देश में सीएए और एनआरसी का विरोध हो रहा है। इसमें बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं। हर कोई विरोध में...

निर्मला जी! पकौड़े और दुकान से नहीं संभलेगी भारत की बिगड़ी हुयी भीमकाय अर्थव्यवस्था

भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ मजाक हो रहा है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन ने तो सचमुच में देश को बहीखाते के युग में पहुंचा दिया।  अर्थव्यवस्था के तमाम मोर्चे पर नाकाम जेएनयू की इन मोहतरमा को तो कम से कम इसका श्रेय दिया...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...