भारत को आजादी हासिल होने से पहले ब्रिटेन की कंजरवेटिव पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री रहे विंस्टन चर्चिल का मानना…
स्वतंत्रता दिवस विशेष-1: खतरे में है आज़ादी, लोकतंत्र और संविधान?
लगभग दो सौ साल के लंबे उपनिवेश-विरोधी संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत को आज़ादी हासिल हुई। लेकिन…
पी. चिदम्बरम का लेख: धीमे-धीमे हड़पी जा रही है स्वतंत्रता
तमिलनाडु में रामनाथपुरम नाम का जिला था। अब इसे विभाजित करके तीन जिले बना दिये गये हैं: रामनाथपुरम, शिवगंगई और…
सोनिया गांधी का लेख: बाबा साहेब से क्या सीखें?
आधुनिक भारत के वास्तुकारों में से एक- बाबासाहेब बीआर अम्बेडकर- का जन्म आज से 132 साल पहले हुआ था। उनका…
गतिरोध के कगार पर: बोलने की आज़ादी और नाकाम होता लोकतंत्र
(स्टॉकहोम स्थित स्वीडिश अकादमी में ‘थॉट एंड ट्रुथ अंडर प्रेशर’ विषय पर एक सम्मेलन आयोजित किया गया था। 22 मार्च,…
‘अनहद’ का गांधी विशेषांक: सत्ता के नैतिक विमर्श में गांधी हमेशा बने रहेंगे
गांधी पर ‘अनहद’ का विशालकाय (650 पृष्ठों का) अंक एक सुखद आश्चर्य की तरह आया है; गांधी के हत्यारों के…
जन (स्त्री), जीवन, आज़ादी: ईरान में स्कूली छात्राओं ने संभाला विरोध मोर्चा, 150 से अधिक लोगों की मौत
‘जन (स्त्री) ज़िंदगी आज़ादी’ (Women, Life, Freedom) के नारे के साथ स्कूली किशोरियां आंदोलन का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। 22 वर्षीय…
कागज़ी आजादी और गुलामी की जड़ें
राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक जाती सड़क का नाम था -‘राजपथ’। इसको बदलकर अब इसका नाम ‘कर्तव्य पथ’ रख…
आजादी के बाद भी अंडमान जेल से छूटे त्रैलोक्यनाथ के तेवर रहे तल्ख
कर्नाटक राज्य स्कूल बोर्ड की किताब में, सावरकर द्वारा अंडमान जेल की कोठरी से, एक बुलबुल पर सवार होकर, रोज…
महिलाओं से फिर-फिर हैवानियत: पितृसत्ता की जड़ें उखाड़े बिना त्राण नहीं
देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस को अभी कुल मिलाकर पखवाड़ा भर ही बीता है। इसलिए पाठकों को याद होगा: प्रधानमंत्री…