कुछ महीने पहले हमने दक्षिण भारत के कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा संपन्न की। राजनीति में उपयोग में लाये जाने वाले सामान्य माध्यमों से राजनीति संभव नहीं हो पा रही थी। इस प्रकार की मीटिंग, सार्वजनिक सभा इन...
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी के नेतृत्व में शुरू की गई भारत जोड़ो यात्रा को जबरदस्त जनसमर्थन मिल रहा है। ऐसा लगता है मानो साझा राष्ट्रवाद में अपने यकीन को रेखांकित करने के लिए लोग इस तरह के...
कल (25 सितंबर) हरियाणा के फतेहाबाद में देवीलाल जी के 109वें जन्मदिवस के ‘सम्मान दिवस समारोह’ के मंच पर विपक्ष की ताक़तों की एकता का अनूठा प्रदर्शन बताता है कि आने वाले दिनों में भारत में सांप्रदायिक फासीवाद के...
आज के दमघोटू, डर और नफ़रत से भरे राजनीतिक वातावरण में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में भारी भीड़ के जोश और उत्साह के जो अभूतपूर्व नज़ारे दिखाई दे रहे हैं वे सारी दुनिया के सामने फासीवाद के खिलाफ...
तमिलनाडु के कन्याकुमारी से, तीन समुद्रों के मिलन की उच्छल तरंगों की गर्जना के बीच से शुरू हुई भारत की राजनीति के इतिहास की सबसे लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का अभी सिर्फ़ एक सप्ताह पूरा हुआ है। कुल 3750...
भारत के सबसे पुराने राजनैतिक दल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, ने 7 सितम्बर से कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा शुरू कर दी है। देश के 12 राज्यों और दो केन्द्र शासित प्रदेशों से गुजरते हुए यह यात्रा कुल...
तथाकथित रुप से भारत का सबसे लिबरल टीवी चैनल एनडीटीवी कल से अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का इंटरव्यू चला रहा है। उस इंटरव्यू में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, जो मेरे मित्र हैं-उनके...
किसी शायर ने क्या खूब कहा है: मंजिल मिले, मिले, न मिले, कोई गम नहीं, मंजिल की जुस्तजू में मेरा कारवां तो है। हिन्दी के जनप्रतिबद्ध साहित्यकारों में अग्रगण्य बाबा नागार्जुन इसी बात को कुछ यों कहा करते थे...
किसी शायर ने क्या खूब कहा है: मंजिल मिले, मिले, न मिले, कोई गम नहीं, मंजिल की जुस्तजू में मेरा कारवां तो है। हिन्दी के जनप्रतिबद्ध साहित्यकारों में अग्रगण्य बाबा नागार्जुन इसी बात को कुछ यों कहा करते थे...