Wednesday, April 24, 2024

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कागज़ी आजादी और गुलामी की जड़ें

राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक जाती सड़क का नाम था -'राजपथ'। इसको बदलकर अब इसका नाम 'कर्तव्य पथ' रख दिया गया है। बात इतनी सी है कि प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर जो परेड...

भारत छोड़ो आंदोलन के मौके पर नेताजी ने जब कहा- अंग्रेजों को भगाना जनता का पहला और आखिरी धर्म

8 अगस्त 1942 को इंडियन नेशनल कांग्रेस ने, जिस भारत छोड़ो आंदोलन का आगाज़ किया था, उसका विचार सबसे पहले नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने 1938 की दिसम्बर में ही कांग्रेस के अन्य बड़े नेताओं को दे दिया था। तब...

हाइड्रो प्रोजेक्ट्स नहीं रुके तो होगा विधानसभा चुनावों का बहिष्कार: भगत सिंह किन्नर

शिमला। शिमला के होटल पीटर हॉफ में मंगलवार को वर्ल्ड बैंक द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार को 200 मिलियन डॉलर का बड़ा कर्ज देने से पहले जन सुनवाई का आयोजन किया गया। इस जन सुनवाई में हिमाचल प्रदेश के दो...

नूपुर-नवीन पर एक्शन से भौंचक हैं कार्यकर्ता, विदेशी दबाव में आ गए मोदी?

नूपुर और नवीन यानी दो ‘N’ की कारगुजारियों ने दुनिया में भारत की ऐसी दुर्गति करा दी कि तीसरे ‘N’ यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को समाधान लेकर आना पड़ा है। मगर, इससे पहले कुवैत, कतर समेत इस्लामिक...

ग्राउंड रिपोर्ट: बस्तर का बहिष्कृत भारत-1

बस्तर। बस्तर आमतौर पर माओवाद से संबंधित हिंसा और प्रतिहिंसा के लिए कुप्रसिद्ध है, जिसके बारे में काफी कुछ मीडिया और अन्य माध्यमों से देश दुनिया जानती है। पर इसी क्षेत्र में एक ऐसा भारत भी रहता है जो...

वैश्विक खतरों पर आयी वर्ल्ड इकोनामिक फोरम की रिपोर्ट देती है खतरनाक संकेत

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने कुछ समय पहले ही ‘ग्लोबल रिस्क्स रिपोर्ट-2022’ जारी की है। इस रिपोर्ट ने इस वर्ष और भविष्य में होने वाले वैश्विक स्तर के  विभिन्न खतरों से विश्व बिरादरी को सावधान करने का प्रयास किया है।...

रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए कैसे है नाटो जिम्मेदार

रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के 20 दिन बीत चुके हैं। मीडिया से प्राप्त, अब तक के ताजे अपटेड के अनुसार, यूक्रेन का दावा है कि दक्षिणी शहर मारियुपोल पर रूसी बमबारी से 2,500 से ज्यादा मौतें हुई हैं।...

विशेष लेख: हिटलर के रास्ते पर बढ़ चले हैं मोदी!

दुनिया का क्रूरतम् तानाशाह एडोल्फ हिटलर 20 अप्रैल, 1889 को यूरोप के एक छोटे से देश ऑस्ट्रिया के एक छोटे से शहर वॉन में पैदा हुआ था। उसने द्वितीय विश्वयुद्ध में इस दुनिया में जुल्म, बर्बरता, क्रूरता और वहशीपना...

टेलीप्रॉम्पटर नहीं, वक्ता मोदी की इमेज खराब हुई वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में

नरेंद्र मोदी देश के सबसे शानदार वक्ता माने जाते हैं। आम जनता और भक्त आज तक इस भ्रम में जी रहे थे कि मोदी जी तमाम मंचों से जो घंटे घंटे भर धाराप्रवाह बोलते हैं वो स्वतःस्फूर्त बोलते हैं,...

पैदल चलना हो सकता है जलवायु परिवर्तन का स्थाई समाधान

पैदल चलना जलवायु परिवर्तन की वैश्विक समस्या का स्थानीय समाधान हो सकता है। यह मनुष्य की आदिम गतिविधियों में से है। जीवाश्म ईंधनों पर आधारित यंत्रचालित वाहनों का प्रचलन बढ़ने के बाद भी पैदल चलने का कोई विकल्प नहीं...

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स्मृति शेष: सत्यजीत राय- वह जीनियस फ़िल्मकार जिसने पहली फिल्म से इतिहास रचा

सत्यजित राय देश के ऐसे फ़िल्मकार हैं, जिनकी पहली ही फ़िल्म से उन्हें एक दुनियावी शिनाख़्त और बेशुमार शोहरत...