खिलाड़ियों की क्षमता और हौसला नहीं, अब ज्योतिषी तय कर रहे हैं भारतीय फुटबॉल का भविष्य

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नई दिल्ली। मोदी राज में देश की संस्थाओं में संघ समर्थित पोगापंथियों को घुसाने की बात तो हर कोई जानता है। विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और अन्य बौद्धिक संस्थाओं में संघ-भाजपा समर्थित लोगों को चुन-चुन कर रखे जाने से भी हर कोई परिचित है। पीएम मोदी अपने भाषणों में अक्सर पौराणिक कथाओं के पात्रों में विज्ञान को घुसाते रहे हैं। लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का नाम ज्योतिषी से परामर्श के बाद तय किए जाने की खबर आई है। खबर थोड़ी पुरानी है लेकिन सौ फीसदी सच है।

घटना साल 2022 की है, 9 जून को एक महत्वपूर्ण एशियाई कप क्वालीफायर मैच में भारत और अफगानिस्तान आमने-सामने थे। मैच शुरु होने से ठीक 48 घंटे पहले, राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कोच इगोर स्टिमैक ने दिल्ली एनसीआर के एक ज्योतिषी भूपेश शर्मा को एक सूची भेजी थी। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के शीर्ष अधिकारी ने कोच इगोर स्टिमैक को ज्योतिषी भूपेश शर्मा से मिलवाया था।

स्टिमैक ने जिस “सूची” का उल्लेख किया, उसमें होने वाले मैच के लिए संभावित 11 के नाम थे। इस प्रतिष्ठित एशियाई चैंपियनशिप में भारत के लिए जीतना बेहद जरुरी था, लेकिन इस वक्त खिलाड़ियों के खराब फॉर्म और चोटों से जूझ रही भारतीय टीम के सामने सवाल था मैच से पहले बेहतर टीम उतारने का।

सूची मिलने के कुछ ही घंटों में ज्योतिषी ने प्रत्येक नाम के सामने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जवाब दिया कि  “अच्छा”; “ बहुत अच्छा कर सकते हैं। अति आत्मविश्वास से बचने की जरूरत है”; “औसत से कम दिन”; “उनके लिए बहुत अच्छा दिन है, लेकिन वे अत्यधिक आक्रामक हो सकते हैं”; “दिन के लिए अनुशंसित नहीं”। इस तरीके से हर खिलाड़ी को लेकर ज्योतिषी ने अपना आकलन प्रस्तुत किया।

11 जून को किक-ऑफ मैच से एक घंटे पहले, भारतीय टीम घोषित की गई, ज्योतिषी के अनुसार, दो स्थापित नाम जिनके उस वक्त सितारे अनुकूल नहीं थे, उन्हें टीम में जगह नहीं मिली। यह बातचीत अचानक या केवल एक बार नहीं थी।

दरअसल, मई-जून 2022 में पूर्व क्रोएशियाई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी स्टिमैक और ज्योतिषी भूपेश शर्मा के बीच कथित तौर पर करीब 100 संदेशों का आदान-प्रदान हुआ था। इस दौरान भारतीय टीम ने चार मैच खेले। जिसमें से एक दोस्ताना मैच जॉर्डन के खिलाफ और उसके बाद कंबोडिया, अफगानिस्तान और हांगकांग के खिलाफ तीन एशियाई कप क्वालीफायर मैच खेले थे।

संदेशों से पता चलता है कि प्रत्येक खेल से पहले स्टिमैक लगातार भूपेश शर्मा के संपर्क में था। यह संदेश न केवल भारतीय टीम की चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवालिया निशान लगाते हैं, बल्कि औचित्य के मुद्दे भी उठाते हैं। इस तरह की किसी टीम की महत्वपूर्ण जानकारी “बाहरी व्यक्ति” के साथ साझा करने पर दुरुपयोग होने का डर बना रहता है।

प्रत्येक मैच से पहले, कोच स्टिमैक ने अपनी टीम को अंतिम रूप देने से पहले ज्योतिषी से जानकारी मांगी और चोट के अपडेट के साथ-साथ चोटिल खिलाड़ी के स्थान पर किस खिलाड़ी को रखना है कि रणनीतियों को भी साझा किया। दोनों के बीच हुई बातचीत इस तरह से है: 

एक प्रारंभिक बातचीत में, स्टिमैक ने लिखा: “हाय प्रिय भूपेश, आपसे मिलकर और भविष्य के काम पर चर्चा करके खुशी हुई! मैं आपसे निम्नलिखित खिलाड़ियों पर राय देने के लिए निवेदन करूंगा।” उन्होंने चार खिलाड़ियों की तारीख, समय और जन्म स्थान साझा किया, जिनमें से तीन ने 2017 फीफा अंडर -17 विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया।

28 मई, 2022 को जॉर्डन के खिलाफ एक दोस्ताना मैच से पहले, स्टिमैक ने समान विवरण वाले 24 टीम सदस्यों की सूची पारित की। शर्मा द्वारा अपनी सिफारिशें भेजने के बाद, स्टिमैक ने दो खिलाड़ियों की फिटनेस विवरण साझा किया, उनकी चोटों को लेकर उसमें चिंता व्यक्त की थी।

28 मई को उस खेल में भारत की हार के बाद, स्टिमैक ने कुछ खिलाड़ियों के व्यक्तिगत प्रदर्शन पर चर्चा की, एशियाई कप क्वालीफायर के लिए टीम में बदलाव का संकेत दिया और टिप्पणी की कि जॉर्डन जैसी टीम के खिलाफ, “हम अपने शारीरिक रूप से कमजोर खिलाड़ियों पर विचार नहीं कर सकते, भले ही वे बेहतरीन फॉर्म में हैं।

शर्मा सहमत हुए और उत्तर दिया “हम इस प्रकार के उच्च ऊर्जा वाले खेलों में नस्ल और शरीर के प्रकार से नहीं लड़ सकते। और फुटबॉल में भारतीय इतिहास दयनीय है। यहां तक कि क्रिकेट में भी वे आज जहां हैं वहां तक पहुंचने में एक सदी लग गई।” 

8 से 14 जून तक कोलकाता में एशियाई कप क्वालीफायर के लिए, दोनों ने प्रत्येक खेल से “दो दिन पहले” मिलने और चर्चा करने का फैसला किया।

12 जून को, अफगानिस्तान के खिलाफ दूसरे मैच के एक दिन बाद, जिसे भारत को 2-1 से जीतने के लिए मशक्कत करना पड़ा, शर्मा ने स्टिमैक को संदेश भेजा “जब आप फ्री हों तो मुझे बताएं कि चार्ट के अनुसार हम इस मैच के खिलाड़ी विश्लेषण में कितने करीब थे।”

स्टिमैक ने जवाब दिया “सबकुछ सही था, जब हम मिलेंगे तो मैं आपको समझाऊंगा।” अगले दोपहर, स्टिमैक और शर्मा ने हांगकांग के खिलाफ मैच के लिए भारत की प्लेइंग 11 पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की। भारत ने वह गेम जीतकर एशियन कप के लिए क्वालीफाई कर लिया था।

इस खबर के आने के बाद ज्योतिषी शर्मा ने मीडिया से बातचीत नहीं किया। लेकिन प्रफुल्ल पटेल, जो उस समय एआईएफएफ के अध्यक्ष थे, ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्हें इस मामले के बारे में “पता नहीं था और किसी ने बताया भी नहीं”।

एआईएफएफ के तत्कालीन महासचिव कुशल दास ने स्वीकार किया है कि उन्होंने मई 2022 में कोच स्टिमैक को ज्योतिषी शर्मा से मिलवाया था।

कुशल दास ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि “मैं उनसे एक बैठक में मिला था। भूपेश शर्मा कई टेलीकॉम कंपनियों और बॉलीवुड हस्तियों के लिए काम किया था। उन्होंने जो प्रस्तुत किया वह यह था कि ज्योतिषीय समय और खिलाड़ियों का वर्तमान चरण लोगों को सही निर्णय लेने के लिए प्रेरित करने में मदद कर सकता है।”

कुशल दास ने आगे बताया कि “उस समय, मैं और कोच ईगोर चिंतित थे कि क्या भारत एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करेगा और ईमानदारी से कहूं तो मुझे भारतीय टीम को लेकर चिंता हो रही थी। यह कोई सामान्य स्थिति नहीं थी, मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि भारत क्वालिफाई करे। इसलिए मैंने भूपेश शर्मा से कहा कि मैं आपको कोच के संपर्क में रखूंगा और अगर उन्हें यह पसंद आता है, उन्हें लगता है कि आपकी सेवाएं हमारे लिए उपयोगी साबित हो सकती है, तो वह मुझसे संपर्क कर सकते हैं। इगोर बहुत आश्वस्त थे और वे पूरे समय कोलकाता में थे।”

भूपेश शर्मा के साथ अनुबंध के बारे में पूछे जाने पर, कुशल दास ने कहा “चूंकि हमने दो महीने के लिए उनकी पेशेवर सेवाओं का उपयोग किया। इसलिए हमने उन्हें लगभग 12-15 लाख रुपये का भुगतान किया और क्योंकि भारत एशियाई कप के लिए क्वालीफाई भी कर चुका था तो यह कोई बड़ी रकम नहीं लगती।”

कोच स्टिमैक और ज्योतिषी भूपेश शर्मा के बीच बातचीत के बारे में बताते हुए कुशल दास ने कहा कि उसे दोनों के बीच हुई बातचीत के विवरण की जानकारी नहीं है। दास ने कहा, “एआईएफएफ के लिए 12 वर्षों से काम कर रहा हूं, लेकिन मैंने कभी भी कोच या किसी अन्य के साथ टीम चयन पर चर्चा नहीं की।”

वर्तमान एआईएफएफ अध्यक्ष कल्याण चौबे ने प्रतिक्रिया मांगने वाले संदेश का जवाब नहीं दिया, जबकि महासचिव शाजी प्रभाकरन से जब कोच-ज्योतिषी चैट के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

इन बातों का खुलासा तब लोगों के सामने आया है, जब भारतीय फुटबॉल की किस्मत बुलंदियों पर और खिलाड़ी अपने प्राइम पर है। भारतीय टीम दुनिया के शीर्ष 100 टीमों में शामिल हो गई है।

हाल ही में, एआईएफएफ ने द इंडियन एक्सप्रेस के साथ कोच स्टिमैक के एक इंटरव्यू के बाद कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जहां स्टिमैक ने अन्य बातों के अलावा कहा था कि वह “भारत में चाटुकारिता करने नहीं आए थे और उन्हें सच बोलने का डर नहीं था।”

(द इंडियन एक्सप्रेस खबर पर आधारित)

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