बहुसंख्यकवादी राजनीति के जाल में फंस रहे हैं ईसाई

गत 25 दिसंबर, 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई ईसाइयों को क्रिसमस की बधाई देने और उनसे बातचीत करने…

जन्मशती वर्ष में पुण्य स्मरण: ऐसे ही नहीं बनते मधु दंडवते

जन्मशती वर्ष में मधु दंडवते (21 जनवरी 1924-12 नवंबर 2005) का स्मरण जहां प्रेरणा देने वाली ऊर्जा से भर देता…

भारतीय न्यायपालिका में पोस्ट-ट्रुथ युग

नये साल के प्रारंभ के साथ ही जब 3 जनवरी को अडानी समूह की अपने शेयरों की क़ीमतों के मामले…

दाभोलकर की वैचारिक दुनिया: भारतीय समाज को विवेकपूर्ण बनाने का संघर्ष

मैं उम्मीद करता हूं आप डॉ नरेंद्र दाभोलकर को भूले नहीं होंगे। आज से दस साल पहले, तारीख 20 अगस्त…

क्या लिबरल डेमोक्रेसी को बचा पाना संभव है?

नई दिल्ली। साल 2024 को चुनावों का साल कहा जा रहा है। कारण यह कि इस वर्ष दर्जनों “लोकतांत्रिक” देशों…

अयोध्या तो बहाना है, देश की लंका लगाना है

अयोध्या में और उसे लेकर पूरे देश में उनका दावा है कि दुनिया भर के भारतवासियों के बीच भी जो…

अयोध्या बनाम अनइंप्ल्वायमेंट का एजेंडा

मामला अयोध्या बनाम अनइंप्ल्वायमेंट का है। यानि मंदिर बनाम बेरोजगारी। दस साल के आखिर में जब केंद्र की मोदी सरकार…

विश्व गुरू नहीं मजदूरों का अंतरराष्ट्रीय सप्लायर केंद्र बन रहा है भारत

यह अजीब विडंबना है कि देश के लोकतंत्र को 75 साल से ऊपर हो गए हैं। लेकिन जो पचहत्तर सालों…

‘मोदी की गारंटी’: राजसी मानसिकता का आख्यान

‘मोदी की गारंटी’ सत्तारूढ़ दल भाजपा का चुनावी शंखनाद बन कर देश में गूंज रही है। पिछले दिनों संपन्न प्रदेशों के…

अयोध्या: बुजुर्गों की उपेक्षा और अपमान की यह कैसी हिंदू परंपरा?

हिंदू परंपरा में किसी भी धार्मिक या पारिवारिक आयोजन में परिवार के बुजुर्गों को सबसे आगे रखा जाता है। पूरी…