Category: ज़रूरी ख़बर
पूजा खेडकर का फर्जीवाड़ा: फंसी प्रोबेशनरी अधिकारी
आजकल पूजा खेडकर के फर्जीवाड़ा की चर्चा हर पढ़े-लिखे व्यक्ति की जुबान पर है खासतौर पर ओबीसी और विकलांग कोटे के अभ्यर्थी सिर घुन रहे [more…]
यूपी में रामभक्ति फेल तो शुरू हुआ शिवभक्ति पर खेल, बनारस में छुआछूत बढ़ाने वाले फरमान से बढ़ी मुसलमानों की चिंता !
बनारस। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद बीजेपी ने एक बार फिर अपना सांप्रदायिक चेहरा उघाड़ दिया है। रामभक्ति बेअसर हुई तो शिवभक्ति का [more…]
बीजेपी को चुनावी बॉन्ड देकर लाभ कमाने वाली कंपनियों की कलई खुलना तय
यह बड़ा ही विचित्र देश है। इस देश में सांस्कृतिक विविधता तो है ही ठगी, लूट ,बेईमानी और अंधभक्ति की गाथा भी कम नहीं है। [more…]
देश के नामी-गिरामी अस्पताल बन चुके हैं मानव अंगों की खरीद-बिक्री के अंतर्राष्ट्रीय अड्डे
नई दिल्ली। डीसीपी क्राइम ब्रांच, के पुलिस अधिकारी अमित गोयल ने एक प्रेस वार्ता में बताया है कि उनकी टीम ने एक अंतर्राष्ट्रीय रैकेट का [more…]
ज्वालामुखी के मुहाने पर दुनिया: चार दशकों में सबसे अधिक बढ़ी अमीरों और ग़रीबों के बीच असमानता
अमीर-ग़रीब के बीच की आर्थिक खाई दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। पूंजीवादी व्यवस्था में अमीर-ग़रीब में असमानता, मेहनतकश आबादी का विस्थापन तो पहले से ही [more…]
राजनीतिक अफवाह नहीं, न्यायपूर्ण शांति और सद्भाव सब का हक है
भारत में पिछले कई सालों से साधारण बातचीत से लेकर गंभीर चर्चा और ज्ञान-विमर्श यानी समाज में लगभग सर्वत्र विचित्र किस्म के वितंडा का इस्तेमाल [more…]
बांग्लादेश की तरह भारत में रोजगार के सवाल पर युवा आक्रोश विस्फोट के मुहाने पर
बांग्लादेश इस समय छात्र-युवा आक्रोश की आग में जल रहा है। 33 नौजवान मारे जा चुके हैं और अनगिनत घायल हैं। युवा आक्रोश के इस [more…]
ग्राउंड रिपोर्ट: स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आतीं स्लम बस्तियां?
देश को स्वच्छ बनाने के लिए पिछले कुछ वर्षों से केंद्र के स्तर पर लगातार प्रयास किये जाते रहे हैं। एक ओर जहां स्वच्छ भारत [more…]
पुरोला: कोर्ट में भी झूठी साबित हुई लव जिहाद की कहानी
जनचौक ने घटना के बाद ही उजागर कर दी थी सच्चाई। पिछले साल मई-जून में उत्तराखंड के पुरोला में जिस तथाकथित लव जिहाद के मामले [more…]
पिछड़े, दलित, आदिवासी और मुस्लिम कैदियों की संख्या सर्वाधिक: जेलों में होता है जातिगत भेदभाव
मेरी टाइलर एक ब्रिटिश महिला पत्रकार थीं। 70 के दशक में जब भारत के एक बडे़ भाग में; विशेष रूप से बंगाल में नक्सलवादी आंदोलन [more…]