Friday, April 26, 2024

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मुख्यमंत्री के वादों के बावज़ूद झारखंड के आदिवासी-मूलवासी वन अधिकार से वंचित

सत्तारूढ़ दल झामुमो और कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्रों में वन अधिकार कानून को सही से लागू करने एवं जंगल में रहने वाले आदिवासी-मूलवासियों को वन पट्टा देने व जंगल पर पूर्ण अधिकार देने का वादा किया था। सरकार...

पांच सौ से ज्यादा लोग जुटे आशारोड़ी को बचाने के लिए

देहरादून। देहरादून के जंगलों को काटने का जो आंदोलन शुरू में बहुत कमजोर प्रतीत हो रहा था, वह अब मजबूत रूप ले रहा है। हालांकि अब तक शासन-प्रशासन की ओर से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया है।...

ग्राउंड रिपोर्ट: कैमूर के आदिवासियों ने भरी हुंकार, कहा- बाघ अभ्यारण्य नहीं बनने देंगे

कैमूर। ‘‘जल-जंगल-जमीन हम आपका, नहीं किसी के बाप का’’, ‘‘जल-जंगल-जमीन हमारा है, वन विभाग की जागीर नहीं’’, ’‘ ये धरती सारी हमारी है, जंगल-पहाड़ हमारे हैं’’, ‘‘ लोकसभा न विधानसभा, सबसे ऊपर ग्रामसभा’’, ‘‘बाघ अभ्यारण्य को हटाना है, जल-जंगल-जमीन...

जंगलों और पारिस्थितिकी के लिए खतरे की घंटी है वन संरक्षण कानून 1980 में प्रस्तावित संशोधन

हाल ही में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा वन संरक्षण अधिनियम 1980 में प्रस्तावित संशोधनों को लेकर प्रकाशित मसौदा दस्तावेज पर हिमाचल प्रदेश के विभिन्न पर्यावरणवादियों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी आपत्तियां जाहिर की हैं।...

छत्तीसगढ़:आदिवासियों ने शुरू की प्रदेश स्तरीय आर्थिक नाकेबंदी

कांकेर (बस्तर)। आदिवासी समाज ने सोमवार को जिले के नेशनल हाइवे 30 कुलगाँव और चारामा के पास बैठ कर अपने प्रदेश स्तरीय आर्थिक नाकेबंदी की शुरुआत की। चारामा में आदिवासियों के जमा होने की वजह से मालगाड़ियों के साथ...

अज़मत उल्ला खां: जल, जंगल, जमीन से खेती की लड़ाई तक की अगुआई

मप्र के पिछड़े हुए आदिवासी बहुल और कोयला खदान जिलों की समस्याएं अलग हैं, सूखे की अक्सर मार झेलते रहते हैं और पलायन यहाँ के लोगों का स्थाई भाव है बावजूद इसके कि यहाँ बड़े पैमाने पर खदानें हैं।...

जमीन पर जंगलों की कटाई, सोशल मीडिया पर पर्यावरण प्रेम

कल विश्व पर्यावरण दिवस था। ट्विटर, वॉट्सअप पर लोग पेड़ लगा रहे थे। सत्ताधारी भाजपा समेत तमाम विपक्षी दलों के नेता पेड़ पकड़कर फोटो खींचकर वीडियो बनाकर धड़ाधड़ सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे थे। माने कल से धरती...

भारत सहित दुनियाभर में सिकुड़ते जंगल, संकट में सभ्यता

प्रकृति ने जल और जंगल के रुप में मनुष्य को दो ऐसे अनुपम उपहार दिए हैं, जिनके सहारे दुनिया में कई सभ्यताएं विकसित हुई हैं, लेकिन मनुष्य की खुदगर्जी के चलते इन दोनों ही उपहारों का तेजी से क्षय...

पर्यावरण दिवस विशेष : जल, जंगल, जमीन की लड़ाई ही बचाएगा हमारी धरती को

कोविड के इस दौर में पर्यावरण का मुद्दा और भी अहम हो चुका है। पर्यावरण को स्वच्छ और संतुलित रखने की पहल 1972 में स्टॉकहोम में हुई प्रथम पर्यावरण सम्मेलन जिसमें 119 देशों ने भाग लिया था, से शुरू...

गोवाः संरक्षित भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहे आदिवासियों पर पुलिस का लाठीचार्ज

पिछले दो दिनों से आंदोलनरत गोवा के मेलाउली गांव के स्थानीय निवासियों पर गोवा पुलिस ने ताबड़तोड़ लाठियां भांजी हैं। आदिवासी समुदाय के इन लोगों की ख़ता ये है कि ये लोग अपने जल, जंगल और ज़मीन को लेकर...

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‎केवल सात सेकेंड की शक्ति से झूठ-सच के अदल-बदल का खेल खत्म हो ‎सकता है! 

अब 2024 के आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर मजबूत सरकार का मुद्दा बहुत मजबूती से उठाया...