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बीच बहस

हिंदुत्ववादी ट्रोलरों की भेंट चढ़ गया एक पत्रिका का नवनियुक्त संपादक

अंग्रेजी के एक युवा पत्रकार और हिंदी के उभरते आलोचक आशुतोष भारद्वाज को भारतीय उच्च शोध संस्थान की पत्रिका “चेतना” के संपादक पद से  अलग [more…]

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ज़रूरी ख़बर

यूपी शासन मॉडल को चुनौती देना भारतीय लोकतंत्र के लिए जरूरी

उत्तर प्रदेश की जनसंख्या ब्राजील के बराबर है और यहां लोकसभा की 80 सीटें हैं। लेकिन भारतीय राजनीति में इसके जबर्दस्त प्रभुत्व का कारण केवल [more…]

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ज़रूरी ख़बर

साहित्य अकादमी पुरस्कार: अनामिका, कस्बाई यथार्थ की एक कवयित्री

दरवाजा मैं एक दरवाजा थी  मुझे जितना पीटा गया  मैं उतना खुलती गई  अंदर आए आने वाले तो देखा_  चल रहा है एक वृहद चक्र_ [more…]

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संस्कृति-समाज

जयंती पर विशेष: ‘नई कहानी’ और ‘समांतर कहानी’ आंदोलन के जनक कमलेश्वर

हिन्दी साहित्य में कथाकार कमलेश्वर का शुमार उन साहित्यकारों में होता है, जिन्होंने कहानी को नई दिशा प्रदान की। हिन्दी कहानी का आज जो स्वरूप [more…]

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राजनीति

राजनीति को नया रास्ता दिखाता किसान आंदोलन और हिंदी-भाषी क्षेत्र की खतरनाक जड़ता

एक बनता हुआ राष्ट्र अगर भारत जैसा विशाल, विविधता और इस कदर असमानता-ग्रस्त हो तो उसकी चुनौतियां बड़ी और जटिल हो जाती हैं। आज के [more…]

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राजनीति

हिंदी जगत के 117 लेखकों ने बिहार के मतदाताओं से की सांप्रदायिक ताकतों को धूल चटाने की अपील

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(हिंदी जगत के लेखकों, साहित्यकारों और बुद्धिजीवियों ने बिहार के चुनाव पर पहल लेकर एक अपील जारी की है। इसमें उन्होंने मतदाताओं से सांप्रदायिक ताकतों [more…]

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बीच बहस

हिंदी टीवी ड्रामा के इतिहास में ‘मिर्ज़ापुर’ एक महत्वपूर्ण मोड़ का सूचक

कल एमेजन प्राइम पर बहुचर्चित टीवी ड्रामा ‘मिर्ज़ापुर।’ के दूसरे दौर की सारी कड़ियों को देखा। यूपी की राजनीति के शिखर-स्थान और हथियारों-नशीली दवाओं के [more…]

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संस्कृति-समाज

भोजपुरी जो हिंदी नहीं है!

उदयनारायण तिवारी की पुस्तक है ‘भोजपुरी भाषा और साहित्य’। यह पुस्तक 1953 में छपकर आई थी। लेखक ने पुस्तक के पहले संस्करण में ‘दो शब्द’ [more…]

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बीच बहस

हिंदी दिवस सिर्फ एक फालतू कर्मकांड ही नहीं, राष्ट्रीय क्षति भी!

लंबे समय तक मैं हिंदी दिवस के कार्यक्रमों में जाया करता था। एक हिंदी पत्रकार होने के नाते मुझे इस मौके पर हर साल कभी [more…]

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लेखक

जयंतीः राजेंद्र यादव ने साहित्य में दी अस्मिताओं के वजूद को नई पहचान

हिंदी साहित्य को अनेक साहित्यकारों ने अपने लेखन से समृद्ध किया है, लेकिन उनमें से कुछ नाम ऐसे हैं, जो अपने साहित्यिक लेखन से इतर [more…]