Saturday, April 27, 2024

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डाल्टनगंज में भी हुआ स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी का विरोध

पलामू। पलामू जिला मुख्यालय डाल्टनगंज में जन संगठनों, चर्च से जुड़े संगठनों, राजनीतिक दलों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बना कर 83 वर्षीय मानवाधिकार कार्यकर्ता स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी का विरोध किया। इस मौके पर लोगों ने न...

रांची की सड़कों पर गूंजा स्टेन स्वामी की रिहाई का नारा, 25 से ज्यादा संगठनों ने लिया ‘न्याय मार्च’ में हिस्सा

रांची। आज रांची में विभिन्न जन आन्दोलनों, जन संगठनों, वाम दलों और झारखंड के सत्तारूढ़ दल के प्रतिनिधियों द्वारा स्टेन स्वामी समेत सभी राजनैतिक बंदियों की रिहाई के लिए न्याय मार्च निकाला गया। मार्च ज़िला स्कूल से शुरू होकर...

स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी के खिलाफ झारखंड में उबाल, 17 अक्तूबर को राजभवन मार्च

आठ अक्तूबर को झारखंड की राजधानी रांची से मुंबई एनआईए द्वारा भीमा कोरेगांव मामले में प्रसिद्ध मानवाधिकार कार्यकर्ता 83 वर्षीय फादर स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी के खिलाफ झारखंड में जबरदस्त उबाल है। प्रति-दिन कहीं ना कहीं विरोध-प्रदर्शन हो रहे...

रांची: फादर स्टेन स्वामी की रिहाई के लिए लोगों ने किया अनशन

रांची। जब से फादर स्टेन स्वामी को एनआईए की टीम उनके आवास से गिरफ्तार करके ले गई है, झारखंड सहित देश का बुद्धिजीवी तबका, मानवाधिकार के पक्षधर लोग, जनवाद पसंद सामाजिक कार्यकर्ताओं में केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ...

NIA ने 5 दिनों में 15 घंटे की थी स्टेन स्वामी से पूछताछ,बताया-भीमा कोरेगांव नहीं, माओवादियों से रिश्ता था केंद्र में

(मानवाधिकार कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी को 8 अक्तूबर की रात्रि में लगभग 8 बजे मुम्बई से आयी एनआईए की टीम ने भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ्तार कर लिया। आज सुबह 9:30 की फ्लाइट से उन्हें मुंबई ले जाया गया...

एनआईए ने किया अब मानवाधिकार कार्यकर्ता स्टेन स्वामी को गिरफ्तार

रांची। अभी-अभी खबर मिली है कि भीमा कोरेगांव मामले में झारखंड के प्रसिद्ध मानवाधिकार कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी (Stan Swamy) को रांची के बगाईचा (नामकुम) स्थित उनके आवास से एनआईए उठाकर ले गयी है। मालूम हो कि मूल रूप से...

स्वामी अग्निवेश के निधन पर पुलिस शपथ का अपमान है नागेश्वर राव का ट्वीट

कल स्‍वामी अग्निवेश का दुःखद निधन हुआ। लोगों ने स्वामी अग्निवेश के निधन पर अपनी शोक संवेदना प्रगट की, पर सीबीआई के पूर्व प्रमुख का एक बेहद निंदनीय ट्वीट आया, 'अच्‍छा है छुटकारा मिला'। यह संवेदना की अभिव्यक्ति है...

रामशरण जोशी: स्वामी अग्निवेश को जैसा मैंने देखा!

(स्वामी जी का कर्म रण भूमि से हठात जाना किसे नहीं अखरेगा? मौजूदा  दौर में  तो  उनकी हस्तक्षेपकारी भूमिका की पहले से अधिक ज़रूरत थी। यकीनन उनके जाने से  फासीवादी शक्तियों  को राहत की सांस लेने का अवसर ज़रूर मिल गया है। इन्हीं फासीवादी तत्वों ने 2018  में  झारखण्ड में उनके लीवर को इतना आघात पहुँचाया कि वह तब से सामान्य नहीं हो सका। इसी  कुकृत्य को  2019  में  भी  दोहराया गया था जब ...

वंचितों के लिए आजीवन संघर्षरत रहे स्वामी अग्निवेश

स्वामी अग्निवेश जी कई दिनों गंभीर रूप से थे । वे लीवर की समस्या से पीड़ित थे, लीवर का ट्रांसप्लांट होना था, डोनर भी मिले लेकिन समय ने साथ नहीं दिया। शाम को खबर मिली कि वे नहीं रहे...

हमेशा जनता के आदमी बन कर रहे स्वामी अग्निवेश

स्वामी अग्निवेश का जाना बेहद दुखद! वह ऐसे समय गये हैं, जब उन जैसे लोगों की हमारे समाज को आज ज्यादा जरूरत है। स्वामी जी से मेरा परिचय सन् 1978 हुआ.. उन्हीं के यहां पहली दफा किसी वक्त कैलाश...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...