Author: सत्येंद्र रंजन
कर्नाटक ने क्या कहा है?
क्या कर्नाटक विधानसभा के चुनाव नतीजों में बाकी देश की राजनीति को समझने के कुछ सूत्र मौजूद हैं? और क्या इन नतीजों के आधार पर [more…]
असल बात वो नज़रिया है, जो हमें मार्क्स ने दिया था
शीत युद्ध के दौर में मार्क्सवाद दुनिया के लगभग हर देश में एक वैचारिक ध्रुव बना रहता था। तब एक प्रवृत्ति उस विचारधारा में दुनिया [more…]
तो अमेरिका ने हार मान ली है!
गुजरे 27 अप्रैल को अमेरिका में जो बाइडेन प्रशासन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने एक बेहद महत्त्वपूर्ण भाषण दिया। ध्यान रखने की बात [more…]
विपक्ष का जमा-खर्च घाटे में क्यों है?
गैर-भाजपा दलों की मुश्किल यह है कि वे जितनी राजनीतिक पूंजी कमाते हैं, जल्द ही उससे ज्यादा खर्च कर डालते हैं। नतीजा यह होता है [more…]
आबादी एक अवसर है या चुनौती?
भारत इस वर्ष दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बनने जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनपीएफ) के यह पुष्टि करने के एक [more…]
चमकता बनाम डूबता भारत!
सबसे महंगी श्रेणी की कारों की मांग और हवाई यात्राओं की संख्या बढ़ने, मॉल्स या शहरी बाजारों में चहल-पहल और सकल घरेलू उत्पाद की अपेक्षाकृत [more…]
बीत गए अब डॉलर के दिन!
बीते हफ्ते एक दिलचस्प बात हुई। अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी और लिबरल रुझान वाले टीवी न्यूज चैनल सीएनएन ने de-dollarization पर एक विशेष सेगमेंट प्रसारित [more…]
तो लोकसभा राहुल मुक्त हो गई है
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि मामले में गुरुवार को सूरत की एक अदालत ने दोषी ठहराया और उन्हें अपील करने के लिए 30 दिन [more…]
श्रीलंकाः आईएमएफ के खिलाफ श्रमिकों का मोर्चा
श्रीलंका में श्रमिक वर्ग ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के एजेंडे को सीधी चुनौती दी है। यह संघर्ष कहां तक जाएगा, अभी कहना मुश्किल है। [more…]