Friday, April 26, 2024

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विपक्ष को चाहिए कि वह संसद की समानांतर बैठक बुलाये!

देश के किसानों ने राजधानी दिल्ली को इस हाड़ कंपाने वाली सर्दी में खुले आसमान के नीचे पिछले 25 दिनों से घेर रखा है। इसमें उनके साथ बच्चे, महिलाएं और उम्र के आखिरी पड़ाव पर खड़े बुजुर्ग तक शामिल...

कृषि क़ानून और इनके ख़िलाफ़ लड़ाई के भावी परिणाम

तीनों कृषि क़ानून कृषि क्षेत्र के बलात् पूंजीवादीकरण के क़ानून हैं। इनमें किसानों के हित का लेश मात्र नहीं है । ये किसानों की पूर्ण तबाही के, उन्हें पूँजी का ग़ुलाम बनाने के फ़रमान है । इन क़ानूनों को...

फिलहाल राजधानी में नहीं घुसेंगे! सिंघू बॉर्डर पर डटे रहेंगे किसान

लम्बी झड़प और संघर्ष के बाद केंद्र सरकार ने किसानों  के जिद के आगे  विवश होकर उन्हें दिल्ली घुसने की इजाजत तो दे दी, किंतु किसानों ने अब अपनी रणनीति बदलते हुए दिल्ली को बाहर से ही घेरने का...

जब निरंकुश सत्ताओं के लिए चुनौती बन गए व्यंग्यकार!

मशहूर साहित्यकार हरिशंकर परसाई व्यंग्य के विषय में कहते थे– “व्यंग्य जीवन से साक्षात्कार करता है, जीवन की आलोचना करता है, विसंगतियों, अत्याचारों, मिथ्याचारों और पाखंडों का पर्दाफाश करता है।” लेकिन स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के व्यंग-ट्वीट से सुप्रीम...

स्लैब में बदलाव कर बिजली दरों में बढ़ोत्तरी की तैयारी, वर्कर्स फ्रंट ने जताई नाराजगी

आगरा। बिजली दरों के स्लैब में बदलाव कर उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त भार डालने की योगी सरकार की कवायद पर वर्कर्स फ्रंट ने नाराजगी जताई है। फ्रंट के प्रदेश उपाध्यक्ष इंजीनियर दुर्गा प्रसाद ने कहा कि पब्लिक सेक्टर की राज्य...

गांवों से शुरू हो गयी मजदूरों की वापसी, लेकिन काम का टोटा

महामारी के दौरान 3 करोड़ मजदूर गांव की तरफ निकल गये थे। सवाल है कि क्या वे शहर में काम पर लौटेंगे? और उनकी मजदूरी में वृद्धि का क्या हुआ?  ग्रामीण भारत के 60 प्रतिशत प्रवास महत्वाकांक्षा से प्रेरित हैं।...

पतनशील हिंदू और पूंजी की संस्कृति की दुरभिसंधि: अंधकार युग की ओर बढ़ता भारत

भारत में उत्तर से लेकर दक्षिण और पूरब ले लेकर पश्चिम तक आरएसएस (संघ), भाजपा एंव अन्य आनुषंगिक संगठनों और कार्पोरेट घरानों का वर्चस्व केवल एक राजनीतिक और आर्थिक परिघटना नहीं है, उससे ज्यादा कहीं गहरे व्यापक स्तर पर...

दिल्ली बनी ‘कोरोना कैपिटल’, वाम दलों ने सौंपा केजरीवाल को मांग पत्र

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली अब कोरोना की भी कैपिटल बनती जा रही है। स्वास्थ्य का हर संसाधन भी नाकाफी साबित हो रहा है। और कोरोना महामारी है कि दिन दुगुनी और रात चौगुनी की गति से बढ़ती जा रही...

‘अंडरस्टैंडिंग मार्क्स’-भाग 2: रिवोल्यूशन रोकने के लिए पूंजीवाद पहले रिफॉर्म लाता है, फिर उसे हड़प जाता है

(अमेरिकी अर्थशास्त्री रिचर्ड डी वुल्फ के यूट्यूब पर उपलब्ध वीडियो से दूसरी किस्त। यह वीडियो उन्होंने अपनी किताब `अंडरस्टेंडिंग मार्क्स` के संदर्भ में अपलोड किया है। इसमें उन्होंने मार्क्सवाद को सरल तरीक़े से समझाने की कोशिश की है। इसे हिन्दी में...

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गैर-बराबरी के मुद्दे पर गुमराह करने में जुटे मोदी

इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धन के पुनर्वितरण की सोच को निशाने पर लिया है। वे तथ्यों का...