Tag: freedom of expression
बीएचयू में मनुस्मृति दहन दिवस : अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला, 13 छात्रों की गिरफ्तारी के पीछे कौन?
वाराणसी स्थित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में 25 दिसंबर को आयोजित ‘मनुस्मृति दहन दिवस’ की चर्चा के दौरान 13 छात्रों की गिरफ्तारी ने न केवल [more…]
पुस्तकों पर प्रतिबंध की राजनीति: एक ऐतिहासिक त्रासदी
हमारे संविधान के तहत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता असीमित नहीं है, जिसे उस अनुच्छेद के ठीक बाद स्पष्ट किया गया है जो स्वतंत्र रूप से अभिव्यक्त [more…]
सुप्रीम कोर्ट ने पत्रकार को दी अंतरिम सुरक्षा, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का किया समर्थन
सुप्रीम कोर्ट ने आज पत्रकार अभिषेक उपाध्याय को अंतरिम सुरक्षा प्रदान की, जिसमें निर्देश दिया कि उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर के संबंध में कोई भी [more…]
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के आयुधीकरण से बचाव का सवाल
लोकतंत्र चुनाव-दर-चुनाव भटकने वाली व्यवस्था नहीं है। लेकिन लोकतांत्रिक राजनीति का चुनावी राजनीति में सिमटकर रह जाना लोकतंत्र को चुनाव-दर-चुनाव भटकने वाला बना देता है। [more…]
वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे: अभिव्यक्ति की आजादी पर बढ़ते खतरे
भारत समेत विश्व के कई देशों में अभिव्यक्ति की आजादी पर खतरे बढ़ गए हैं। इसी बीच, तीन देश: ताजिकिस्तान, भारत और तुर्की जो अभी [more…]
पी. चिदम्बरम का लेख: धीमे-धीमे हड़पी जा रही है स्वतंत्रता
तमिलनाडु में रामनाथपुरम नाम का जिला था। अब इसे विभाजित करके तीन जिले बना दिये गये हैं: रामनाथपुरम, शिवगंगई और विरुधुनगर। रामनाथपुरम में बहुत सारे [more…]
प्रेस की आज़ादी पर मोदी के अंतिम हमले का आगाज हो चुका है
19 अक्तूबर, 2020 की शाम थी, कश्मीर टाइम्स के रिपोर्टर और फोटोग्राफर अपने काम के लिए निकले थे, सरकारी अधिकारी पुलिस के साथ श्रीनगर में [more…]
नागरिकों को जानने का अधिकार कि अदालतों में क्या चल रहा है: सुप्रीम कोर्ट
चुनाव आयोग की कार्य प्रणाली को लेकर चतुर्दिक आलोचना होती रही है। कई चरणों का मतदान हो या पीएम की चुनावी रैलियां और इसका टीवी [more…]
केंद्र चाहता है ट्विटर भी बन जाए ट्रोल
ट्विटर की पारदर्शिता और भारतीय क़ानून के मुताबिक अभिव्यक्ति की आज़ादी वाली दलील केंद्र सरकार को रास नहीं आई है। पारदर्शिता, अभिव्यक्ति की आज़ादी के [more…]
अहमदाबाद: अडानी के खिलाफ खबर चलाने के चलते लोकतंत्र टीवी पर लगी रोक!
कथित नेशनल मीडिया द्वारा समाज के बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, दलित, मुसलमानों और अब मोदी सरकार के नये कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों [more…]