Author: बादल सरोज
उत्तर प्रदेश के हालात देख कर धूमिल याद आ रहे हैं!
बनारस और बरेली सहित उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों में थोक के भाव एवीएम मशीनें और कोरे डाक-मतपत्र इधर से उधर किये जाने की आपराधिक [more…]
गुजरात नरसंहार की बीसवीं बरसी को भूलना खतरनाक है
जिस समय ये पंक्तियाँ लिखी जा रही हैं बीस साल पहले उन दिनों गुजरात धधक रहा था। ताजे इतिहास का सबसे भीषण नरसंहार। गुजरात में [more…]
चंबल के कार्पोरेटीकरण के खिलाफ आंदोलन की तैयारी
अटल प्रोग्रेस वे के नाम पर कोई 404 किलोमीटर लंबी “उत्कृष्ट सड़क” के निर्माण का काम प्रस्तावित है। यह सड़क मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले में [more…]
क्यों किया जा रहा, अंबानी- अडानी की पूजा का आह्वान ?
राज्यसभा में भाजपा के सांसद के. जे. एल्फोन्स साहब ने अम्बानी और अडानी की पूजा करने का आह्वान किया है। वे देश में रिकॉर्ड तोड़ती [more…]
मध्यप्रदेश के मधुबन में नफरत की ताड़का नाचे रे !!
हिजाब के नाम पर कर्नाटक से भाजपा की साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की अगली लहर जिस बेहिसाब तरीके से बेहिजाब हुई इसे देश ही नहीं सारी दुनिया [more…]
फासिस्टी मनोरोग के एप्प्स : बुल्लीबाई और सुल्ली डील्स
नए साल की शुरुआत हिन्दुस्तानी फासिस्टों के एक और घिनौने कर्म के उजागर होने के साथ हुयी। जनवरी की पहली तारीख को ही सोशल मीडिया [more…]
हरिद्वार वाया चंपावत; बेनकाब होता हिन्दुत्व
हरिद्वार के अधर्म हिन्दुत्वी जमावड़े में जो हुआ और भिन्न तीव्रता के साथ जिसे छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुयी ऐसी एक शोर भरी जमावट में [more…]
हिन्दुत्व की काशी करवट
बनारस में पूरी धजा में था हिंदुत्व। डूबता, उड़ता, तैरता, तिरता, घंटे-घड़ियाल बजाता, शंखध्वनियों में मुण्डी हिलाता, दीपज्योतियों में कैमरों को निहारता, झमाझम रोशनी में [more…]
65 साल बाद भी जीवंत और प्रासंगिक हैं बाबा साहेब
1956 में आज ही के दिन – 6 दिसंबर को – नहीं रहे थे बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ; मगर कमाल ही है उनका [more…]
मुनव्वर से बरास्ते वीर दास, कुणाल तक गहरे होते अंधेरे से मुक़ाबिल उजाले
पिछले सात साल में दो मामलों में मार्के का विकास हुआ है। एक ; मोदी राज की उमर बढ़ी है, बढ़कर दूसरे कार्यकाल का भी [more…]