Category: ज़रूरी ख़बर
अंतर्विरोध विरोधाभास विभ्रम का राजनीतिक इस्तेमाल और लोकतंत्र का संकट
भारत बहुत बड़ा एवं पुराना देश और सही अर्थों में अपेक्षाकृत नया राष्ट्र है। पुराने देश और नये राष्ट्र के भूगोल में अंतर भी है। [more…]
बजट 2024: सत्ताधारी वर्ग की वित्तीय व्यवस्था और जनता के साथ खिलवाड़
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में वर्ष 2024-2025 के लिए अपने बजट भाषण में कहा कि देश की टॉप 500 कंपनियों में अगले वर्ष [more…]
MSP की क़ानूनी गारंटी के लिए फिर से उठ खड़ा हो रहा किसान आंदोलन
भले ही इस बार के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के माध्यम से केंद्र की एनडीए सरकार ने देश को यह जताने की कोशिश [more…]
शासन की शक्ति का दुरुपयोग लोकतंत्र को खंडित करता है
अभी भी भारत में लोकतंत्र और नागरिक अधिकार का सवाल बना हुआ है। किसानों में व्यापक अ-संतोष बना ही हुआ है। न्यूनतम समर्थन मूल्य को [more…]
स्मृति दिवस: वीरांगना फूलन देवी का जीवन और अन्याय के खिलाफ संघर्ष
आज से लगभग 28 वर्ष पहले हम अपने ( मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र) गांव वाले घर के सामने खड़े थे कि अचानक एक मोटरकार आ कर [more…]
भाजपा शासित राज्यों में हिरासत में मौत, पुलिस-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल
इन दिनों पूरे भारत में पुलिस प्रशासन के कार्यप्रणाली और चरित्र पर गंभीर सवाल उठ रहे है। पिछले महीने जून से लेकर जुलाई तक में [more…]
ग्राउंड रिपोर्टः बनारस में दलित युवती की मौत के मामले में जैतपुरा थाना पुलिस के दावे और अनसुलझे सवाल ?
बनारस। उत्तर प्रदेश के बनारस शहर का एक मुहल्ला है ढेलवरिया। शहर का बेहद पिछड़ा इलाका, जहां गरीब तबके के लोग सर्पीली गलियों में बसे [more…]
दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय में प्रशासन की मनमानी से छात्र परेशान
नई दिल्ली। दिल्ली स्थित दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय में एक बार फिर छात्रों का उत्पीड़न और प्रशासन की मनमानी मुद्दा बना हुआ है। यह पहली बार [more…]
पीएम मोदी को राहुल गांधी या इंडिया गठबंधन से कम आरएसएस से ज़्यादा खतरा है
सदन में अब तक घंटों अपने भाषणों की गर्जना करने वाले छप्पन इंची सीना धारक का चेहरा और भाषण अपनी रंगत पूरी तरह खोता जा [more…]
ग्राउंड रिपोर्ट: फरीदाबाद में ईंट-भट्टों पर बंधुआ मजदूरी, छत्तीसगढ़ से आए मजदूर कर रहे न्याय की मांग !
फरीदाबाद। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बड़े पैमाने पर मजदूर काम की तलाश में आते हैं। देश के विभिन्न राज्यों से दिल्ली आए मजदूरों में बेलदार, [more…]