Friday, April 26, 2024

democracy

40 दिन, 60 मौतें और सरकार में सन्नाटा!

दुनियाभर के जन संघर्षों की कथा पढ़ते-पढ़ते अक्सर यह सवाल मन में कौंध जाता है कि आखिर सरकारें इतनी ठस और अहंकारी क्यों हो जाती हैं और कैसे जनता की वाजिब मांगों के खिलाफ इतनी बहरी और अंधी हो...

लहरें नहीं मानतीं शाही हुक्मनामों को

उसे हर उस चीज का बादशाह माना जाता था जिस पर उसकी नजर जाती थी। सो उस सर्वशक्तिमान बादशाह केन्यूट ने उमड़ती आ रही लहरों को हुक्म दिया कि वे पीछे लौट जाएं और उसके राजसी चरणों और...

जनतंत्र के लिए सबसे बड़ी महामारी साबित हुआ कोविड

विश्व प्रसिद्ध रचना ‘रॉबिन्सन क्रूसो’ के लेखक डैनियल डेफो, (1660-1731) बहुआयामी किस्म के व्यक्ति थे, व्यापारी थे, पत्रकार थे, लेखक थे, पर्चे भी लिखते थे। लंदन के निवासी रहे डैफो ने उनके जमाने में आए प्लेग की महामारी, जिसमें...

त्रासदियों के लिए याद किया जाएगा बीत रहा साल

बीता साल इतनी निराशा से भरा था कि किसी ने शायद ही उम्मीद की होगी कि वह जाते-जाते लोकतंत्र को जगा कर जाएगा। भारत की हालत यह है कि सरकार की सारी संस्थाएं सत्ताधारी पार्टी की शाखा में तब्दील...

देश के अधिकांश किसान न तो अपनी पैदावार बचा पाएंगे और ना ही जमीन

देशव्यापी किसान आंदोलन ने समाज के सभी हिस्सों में एक नई जागृति ला दी है और एक व्यापक जनांदोलन की जमीन तैयार कर रही है। देश को जीवन देने वाले किसान समुदाय ने अपनी संप्रभुता का दावा जिस सूझबूझ...

‘किसानों के मुद्दे पर भारत की स्थिति परेशान करने वाली’- अमेरिकी सांसदों ने जताई चिंता

पीटीआई के मुताबिक भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल समेत अमेरिका के सात प्रभावशाली सांसदों ने विदेश मंत्री माइक पोंपियो को 23 दिसंबर को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि भारत में किसान आंदोलन के मुद्दे को वह...

किसान आंदोलनः सिर्फ समर्थन मूल्य या लोकतंत्र की रक्षा भी?

किसानों के आंदोलन के साथ मोदी सरकार वही कर रही है जो उसने प्रतिरोध की आवाज को दबाने के लिए पिछले साढ़े छह सालों में किया है। वह इसे देश और समाज के खिलाफ काम करने वाले तत्वों के...

किसानों से डरी सरकार ने कोविड को बनाया बहाना, संसद का शीतकालीन सत्र किया रद्द

पश्चिम बंगाल, तमिलनाड़ु में भाजपा ताबड़तोड़ रैलियां और रोड शो कर रही है। इन रैलियों और रोड शो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हो रहे हैं। पूरे देश में शादी...

किसान आंदोलन के समर्थन में पूर्व नौकरशाहों के समूह ने लिखा खुला पत्र

पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों (आईएएस, आईपीएस, आईएफएस) के एक समूह 'सीसीजी' ने किसान आंदोलन को लेकर एक खुला पत्र लिखा है। पत्र में 78 पूर्व नौकरशाहों के हस्ताक्षर हैं। पत्र की शुरुआत में नौकरशाहों के समूह (CCG) का परिचय देते...

मोदी चौकीदार हैं ज़रूर लेकिन अडानी और अंबानी के!

किसानों के साथ बातचीत का जो भ्रम था वह भी कल टूट गया। सरकार ने जो बातें लिखकर दी हैं उसमें अभी तक हुई बातचीत से न तो कुछ अलग था और न ही उसमें कुछ ऐसा है जिसको...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...