Saturday, April 27, 2024

nehru

इब्राहिम अलकाज़ी: एक युग का अंत

भारतीय रंगमंच के दिग्गज निर्देशक इब्राहिम अलकाज़ी का आज 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे 1962 से 1977 तक राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) के निदेशक रहे। ख़ुद जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय का निदेशक...

भूमि पूजन में मोदीः लोकतंत्र के गिरते स्वास्थ्य की खुली घोषणा

आने वाले पांच अगस्त को अयोध्या में हो रहे भूमि पूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने को लेकर उन लोगोें की आपत्ति जायज है जिन्हें यह भारत के संविधान के खिलाफ लगता है। उन्हें यह भी याद...

भारत-चीन सीमा विवाद और गांधीवादी पंडित सुन्दरलाल

(भारत-चीन के जारी सीमा विवाद पर ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने पुनः दोहराया कि दोनों मुल्कों में शांति और अमन चैन की स्थापना के लिए भारत व चीन को राजनयिक-कूटनीतिक प्रयासों व राजनीतिक वार्ता से इस सीमा विवाद को...

चीन पर नेहरू को कटघरे में खड़ा करने वाले क्या पंडित दीनदयाल भी थे ‘राष्ट्र विरोधी’?

यदि गलवान घाटी में हुए खूनी झड़प के बारे में केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार से सवाल कर विपक्ष ने “गैर-ज़िम्मेदारी” का सबूत दिया है और उसके प्रश्न “देशघाती” हैं और सैनिकों के मनोबल गिराने वाले हैं, तो सवाल...

संपूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर: मंच पर गांधी थे नीचे मैं वालंटियर -पारीख

मुंबई। देश का माहौल बदला हुआ है। आजादी के समय गांधी, नेहरु और पटेल थे। बोस थे तो जेपी और लोहिया भी थे। फिर चौहत्तर आया तो जेपी सामने थे। अब वैसे कद्दावर और समर्पित जननेता तो नहीं हैं...

पुण्यतिथि पर विशेष: सियासतदानों के भी चहेते थे शो मैन

राज कपूर की फिल्म 'आवारा' 1951 में प्रदर्शित हुई थी। देश में नेहरूवादी युग की बयार थी और दुनिया के नक्शे पर मार्क्सवाद का अलग ही दबदबा। यह फिल्म निहायत अलग किस्म के सौंदर्य शास्त्र में रची-बसी थी। कहीं...

जवाहरलाल नेहरू, एक विज़नरी लीडर

पंडित जवाहर लाल नेहरु की आज पुण्यतिथि है। नेहरु का स्मरण इसलिए भी जरूरी है, हम उन मूल्यों को याद कर सकें जो एक दौर में भारत के ह्रदय में धडकते थे। पंडित नेहरु का पूरा जीवन आधुनिक भारत...

विराट व्यक्तित्व के मालिक थे जवाहरलाल नेहरू

स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक, पंडित जवाहर लाल नेहरू का भारतीय इतिहास में अविस्मरणीय योगदान है। परतंत्र भारत में पंडित नेहरु का महत्व जहां देश को स्वतंत्र कराने के लिए किए गए उनके अथक प्रयासों के...

आजादी की लड़ाई में जेलें होती थीं नेहरू का दूसरा घर

सोशल मीडिया पर यह बात भी गाहे-बगाहे कही जाती है कि जवाहरलाल नेहरू को किसी नियमित जेल में नहीं बल्कि आरामदायक डाक बंगले में रखा जाता था। उन्हें ब्रिटिश सरकार विशेष सुविधा देती थी। यह बात सच नहीं है। नेहरू...

जवाहरलाल नेहरू: मन, कर्म और वचन से समाजवादी

27 मई 1964 को पंडित जवाहरलाल नेहरू का निधन हुआ। नेहरू के निधन के बाद एक दशक तक तो सब ठीक ठाक चला, परंतु 1974 में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में चले संपूर्ण क्रांति के आंदोलन से परिस्थितियां बदल...

Latest News

ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...